राजेश सिन्हा/एसडीएफ न्यूज ब्यूरो
खगड़िया।जिले के बेलदौर थाना अंतर्गत चक्रमणिया गांव में मौत के घाट उतार दिए गए महज चौदह वर्षीय रजनीश कुमार अगर एक प्रेम प्रसंग में बाधक नहीं बनता,तो शायद उसकी जान नहीं जाती।चक्रमणिया निवासी बबलू मंडल के चौदह वर्षीय पुत्र रजनीश कुमार हत्याकांड मामले की पूरी सच्चाई क्या है,यह तो पुलिसिया जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।लेकिन ग्रामीण स्तर से तत्काल जो जानकारी मिल रही है,उसके मुताबिक खाड़ा बुधमा की एक विवाहिता बेटी घटना का मुख्य कारण बतायी जा रही है।बताया जा रहा है कि अपने चचेरे भाई और बुधमा खाड़ा की एक विवाहिता बेटी के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग में रजनीश बाधक बन रहा था।उत्तर प्रदेश में ब्याही गयी विवाहिता फिलवक्त चक्रमणिया में ही रह रही है और वह भी रजनीश की रिश्तेदार ही है।राजा और बुधमा खाड़ा की विवाहिता बेटी के बीच रजनीश बाधक बन रहा था।जिसके कारण एक सोची समझी साजिश के तहत उसकी गला रेतकर हत्या कर दी गयी और शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से चक्रमणिया गांव के दक्षिण पश्चिम स्थित बहियार के पास मनीजरा के खेत में फेंक दिया गया।बीते शुक्रवार को शव बरामदगी के बाद से गांव में तरह-तरह की चर्चा है।जितनी मुंह,उतनी बातें हो रही है।पुलिस के द्वारा शव बरामद किए जाने तक मृतक रजनीश के पिता बबलू मंडल का कहना था कि गांव में उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है।लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे घटना के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया और बबलू मंडल ने गांव के ही चार व्यक्तियों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए तीन अन्य के विरुद्ध घटना को अंजाम देने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराया।
थानाध्यक्ष परेंद्र कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नामजद आरोपी रंजीत चौधरी की पत्नी पिंकी देवी एवं उनके भाई किशोर चौधरी को महज 15 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर कड़ी पूछताछ करते हुए गोपालघर का रास्ता दिखा दिया।हालांकि गांव के ही शिव चौधरी के पुत्र रंजीत चौधरी, पत्नी पिंकी देवी,भाई किशोर कुमार चौधरी तथा पुत्र राजा कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है।एएसआई उदय कुमार मंडल और पुलिस बल की मौजूदगी में थानाध्यक्ष परेंद्र कुमार ने दावा किया है कि जल्द ही सभी अभियुक्त जेल की सलाखों के पीछे होंगे।तमाम अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी हो रही है।
इधर,मौत के शिकार हुए रजनीश कुमार को उसके 6वर्षीय भाई शुभम कुमार द्वारा मुखाग्नि दिए जाने के बाद से शुभम और उसके बड़े भाई सूरज कुमार सहित तमाम परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।मृतक रजनीश तीन भाईयों में मंझला था।बताया जा रहा है कि रजनीश की हत्या के बाद से गांव में मातम पसरा है।शुक्रवार की रात्रि से अधिसंख्य ग्रामीणों के घरों में चूल्हा तक नहीं जला है।स्थानीय लोगों का कहना है कि सौम्य व्यवहार रहने के कारण रजनीश परिवारजनों सहित ग्रामीणों का काफी दुलारा था।आक्रोशित ग्रामीण रजनीश के हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं।ग्रामीण देशबंधु पटेल एवं दिघौन के पूर्व मुखिया राजो सहनी का कहना है कि रजनीश तमाम ग्रामीणों के करीब था रजनीश की मौत हो जाने से कई ग्रामीणों के घरों में चूल्हा तक नहीं जला है।मृतक की मां सहित पूरे परिवारजनों का रो-रोका बुरा हाल हो गया है।गुरुवार की शाम से लापता रजनीश वापस घर नहीं लौटेगा और मिलेगी उसकी लाश,यह किसी को पता नहीं था।
बहरहाल,रजनीश हत्याकांड में शामिल तमाम हत्यारोपियों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस पूरी सच्चाई कब तक ब्यां करती है, इस पर सबकी नजर है।
क्रमश: