गौरव सिन्हा/खगड़िया
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा शिक्षकों की अवकाश तालिका में संशोधन किए जाने के बाद से विभिन्न संगठनों के आक्रोशित सदस्यों द्वारा आंदोलन की चेतावनी दी जा रही है।आक्रोशित शिक्षकों द्वारा केके पाठक को सोशल मीडिया पर काफी भला बुरा भी कहा जा रहा है और आदेश वापस लेने की बात कही जा रही है।इसी कड़ी में बीते गुरुवार अर्थात रक्षाबंधन के दिन खगड़िया सदर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय मथुरापुर में पदस्थापित शिक्षक सुनील कुमार गुप्ता ने भी अपनी भड़ास निकाली और केके पाठक के संदर्भ में कुछ भला बुरा कह दिया।इस संदर्भित वीडियो वायरल होते ही विभागीय पदाधिकारियों की भौंए तन गयी और स्थापना के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा शिक्षक सुनील कुमार गुप्ता से कारण पृच्छा मांगने सहित उन पर विभागीय कार्रवाई की बात की जाने लगी।वैसे इस संदर्भित कोई साक्ष्य अभी तक सामने नहीं आया है।लेकिन,विभागीय पदाधिकारियों द्वारा दबे जुबां से कहा जा रहा है कि,शिक्षक सुनील कुमार गुप्ता द्वारा अपर मुख्य सचिव केके पाठक को टारगेट कर कहे गए अपशब्द अनुशासनहीनता के परिचायक हैं।
इधर स्थापना के कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा कार्रवाई किए जाने का संकेत देते ही इस मामले को लेकर शिक्षक संगठनों के बीच बगावत की आग धधकने लगी है।शिक्षक सुनील कुमार गुप्ता पर विभागीय तलवार लटकने की बातों को कुछ देर के लिए दरकिनार कर अगर संशोधित अवकाश तालिका को वापस लेने की बात करें,तो शिक्षकों और विभिन्न शिक्षक संगठनों द्वारा इसका विरोध किए जाने के बाद भी विभाग या सरकार पर कोई असर पड़ता है या नहीं,यह तो देखने वाली बात होगी।लेकिन, शिक्षक संघ बिहार के जिला अध्यक्ष सह प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने कहा है कि पूरे देश में भाई-बहन का त्यौहार रक्षाबंधन हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।इस मौके पर सभी बहनें अपने-अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती है और भाई अपनी बहन को सुरक्षा का वचन देते हैं।बिहार के विद्यालयों में इस त्यौहार में हमेशा से अवकाश होता आ रहा है।शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक साहब के द्वारा अवकाश में कटौती कर रक्षाबंधन के दिन भी विद्यालय खुली रखने का आदेश दिया गया।हालांकि रक्षाबंधन के दिन विद्यालय खुली रहने के बाद भी किसी विद्यालय में एक भी बच्चे उपस्थित नहीं हुए।
शिक्षक एवं शिक्षिकाएं विद्यालय में बैठकर शिक्षक की अपनी नौकरी को लेकर एक-दूसरे को कोसते रहे।जिन-जिन शिक्षकों की बहन और शिक्षिका के भाई घर पर नहीं मिल पाए,वे राखी बांधने और बंधवाने विद्यालय पहुंच गए।सदर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय मथुरापुर के शिक्षक सुनील कुमार गुप्ता की बहन जब भाई को राखी बांधने मध्य विद्यालय मथुरापुर पहुंची तो भाई का भावुक होना स्वाभाविक था।ऐसे में शिक्षक की प्रतिक्रिया को अन्यथा लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) के द्वारा शिक्षक सुनील कुमार गुप्ता से कारण पृच्छा करना और विभागीय कार्रवाई की बात करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
यदि शिक्षक सुनील कुमार गुप्ता के ऊपर किसी प्रकार की कार्रवाई की गई तो शिक्षक संघ बिहार समेत जिले के सभी शिक्षक संगठनों द्वारा एकजुट होकर विरोध में आंदोलन किया जाएगा।बहरहाल,शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा जारी आदेश और शिक्षक सुनील कुमार गुप्ता द्वारा निकाली गयी भड़ास के साथ-साथ अवकाश तालिका में संशोधन को लेकर विभिन्न शिक्षक संगठनों के आक्रोश का फलाफल किस रुप में सामने आता है,इस पर सबकी नजर है!!