इरशाद अली/खगड़िया ब्यूरो
जिले के गोगरी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बोरना के सरपंच नवल किशोर सिंह इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं।बीते दिनों कृष्णाष्टमी के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान बार बालाओं के साथ अश्लील गाने पर जबरदस्त तरीके से ठुमके लगाकर नवल किशोर सिंह इतनी सुर्खियों में हैं कि,सभ्य समाज के लोग उन्हें पानी-पानी पीकर उन्हें कोस रहे हैं।सभ्य समाज के सामने बार बालाओं के साथ अश्लील गानों पर ठुमके लगाकर बुरे फंसे सरपंच नवल किशोर सिंह यह कहते फिर रहे हैं कि आयोजक मंडल कमेटी में रहने के कारण बार बालाओं ने उन्हें डांस करने के लिए विवश कर दिया।लेकिन कोई उनकी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हैं और लोग यह कह रहे हैं कि, ग्राम कचहरी के न्यायाधीश कहे जाने वाले सरपंच ही अगर घोर अन्याय करने लगें तो फिर समाज के अन्य लोगों को कौन क्या कहेगा!बात भी इसलिए सही है क्योंकि सरपंच नवल किशोर सिंह ने ही सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर अनुमंडल प्रशासन से लाईसेंस लिया था।अब सवाल यह उठता है कि जब सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर लाइसेंस सरपंच ने लिया तो बार बालाओं का अश्लील गाने पर डॉस कैसे हुआ?और अगर अश्लील गाने बजने लगे तो उस पर पाबंदी लगाने के बजाय सरपंच बार बालाओं के साथ डांस कैसे करने लगे?
खैर!इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद से लोग सरपंच को काफी भला बुरा कहने से बाज नहीं आ रहे हैं।भक्ति जागरण के नाम परोसे गए अश्लील गाने पर डांस का वायरल हुए वीडियो में बोरना के सरपंच नवल किशोर सिंह बार बालाओं के साथ ठुमके लगाते नजर आ रहे हैं।हालांकि एसडीएफ लाइव इंडिया इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद वीडियो की जांच करने गोगरी के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजाराम पंडित बोरना पहुंचे।वायरल वीडियो के मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने विभिन्न सोर्स से जांच करने के बाद जांच रिपोर्ट से वरीय पदाधिकारी को अवगत कराने की बात कही है।
बहरहाल,वायरल वीडियो की जांच करने पहुंचे बीडीओ राजाराम पंडित ने क्या जांचा और क्या परखा,यह तो वही जानें।लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि जब सरपंच नवल किशोर सिंह स्वयं स्वीकार कर रहे हैं कि बार बालाओं ने उन्हें डांस करने के लिए मजबूर कर दिया तो फिर बचा भी क्या है?ऐसी परिस्थिति में यह सवाल तो जरुर फन उठा रहा है कि वायरल वीडियो की जांच के नाम पर कहीं खानापूर्ति तो नहीं हो रही है!!