रेशु रंजन/खगड़िया
नये संसद भवन में केन्द्र सरकार द्वारा पेश किया गया महिला आरक्षण बिल 2024 लोकसभा चुनाव के लिए महज एक जुमला है।ऐसा इसीलिए कि यह महिला आरक्षण बिल पहले भी पेश किया जा सकता था,लेकिन जब चुनाव के कुछ दिन बचे हैं,तब पेश किया गया है।उक्त बातें बिहार राज्य पिछड़ा आयोग के सदस्य देवमुनि सिंह यादव और विरेन्द्र कुशवाहा ने शहर के कृष्णापुरी बलुआही स्थित राष्ट्रीय जनता दल कार्यालय में आज गुरुवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।पूर्णिया से लौटने क्रम में बिहार राज्य पिछड़ा आयोग के सदस्य देवमुनि सिंह यादव और वीरेंद्र कुशवाहा राजद कार्यालय आए तथा पूर्व नगर सभापति सह राजद जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव के साथ मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।पिछड़ा आयोग के सदस्य देवमुनि सिंह यादव ने कहा कि महिला आरक्षण बिल इसलिए चुनावी जुमला है,क्योंकि यह महिला आरक्षण बिल जनगणना के बाद 2026 से लागू किया जायेगा।यह महिला बिल 2024 में लागू नहीं किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस महिला आरक्षण बिल में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान नहीं किया गया है।जबकि देश में सबसे अधिक आबादी इन्हीं वर्ग की महिलाओं की है।सबसे बड़ी बात तो यह है कि,जिस सदन में महिला आरक्षण बिल पेश किया गया,उसी सदन में महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले का आरोपी भी मौजूद है।यह महिला आरक्षण बिल महिलाओं को लुभाने के लिए लाया गया है।यह सिर्फ चुनावी जुमला है और यह आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए है।मणिपुर में महिलाओं को नग्न करके घुमाया जा रहा है,उस पर तीन महीने बीत जाने के बाद भी कोई चर्चा को तैयार नहीं है।केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार में संविधान और लोकतंत्र दोंनो खतरे में है।मंहगाई और बेरोजगारी चरम पर है।केंद्र में बैठी बीजेपी की सरकार मनुवादी व्यवस्था लाना चाहती है।बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाये संविधान को नहीं मान रही है।सभी सरकारी सम्पतियों को निजी कम्पनियों के हाथों अपने पूंजीपतियों मित्र को कौड़ियों के भाव बेच रही है।यह बात देश की बहुजन समाज के लोग समझ चुके हैं।इसलिए इस बार देश से भाजपा का सफाया होन तय है और इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।
बिहार राज्य पिछड़ा आयोग के सदस्य वीरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमारा संविधान तो खुद में एक जीवित दस्तावेज है।जिसे यूं तो बनाने में लगभग तीन साल लगे, लेकिन उसका स्वरूप आज तक बदलता आ रहा है।फिर नए संविधान की बात कहां से आ गयी!ये तो कल भी नया था और आज भी नया है।संविधान में दिए गए प्रावधानों की अनेक बार आलोचनाएं हुई,लेकिन किसी ने आज तक नये संविधान की बात नहीं कही।ये संविधान कहीं न कहीं आपको चुभ रहा है।प्रधानमंत्री जी को किसी और विवेक से काम लेना चाहिए, बिबेक देबोरॉय से नहीं।
पूर्व नगर सभापति सह राजद जिलाध्यक्ष ने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के व्यक्तियों का लगातार राजद से जुड़ना पार्टी की ए टू जेड की नीति और पढ़ाई- लिखाई,दवाई,सिंचाई,कमाई, सुनवाई और कार्रवाई को लेकर पार्टी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।राष्ट्रीय जनता दल हमेशा से ही हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज़ बनने और लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध रहा है।विभिन्न पृष्ठभूमियों और व्यवसायों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों के जुड़ने से प्रत्येक वर्ग की जरूरतों के अनुरूप प्रभावशाली नीतियों को बनाने और उन्हें लागू करने में विश्वास रखती है।उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने विकास मित्र का वेतन दुगुना करते हुए पच्चीस हजार रुपये कर दिया।टोला सेवक और तालीमी मरकज का भी वेतन दोगुना करते हुए बाइस हजार कर दिये।हमारे नेता काम में विश्वास करते हैं,जुमलेबाजी नहीं करते हैं।मौके पर जिला प्रधान महासचिव नंदलाल मंडल, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार उर्फ राजा चौधरी,जिला महासचिव सह वार्ड पार्षद पप्पू यादव,दीपक चंद्रवंशी,जिला प्रवक्ता अजीत सरकार,चंद्रशेखर कुमार,झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार,शिक्षक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रो डॉ संजय मांझी, जिला मीडिया प्रभारी रणवीर कुमार,कार्यालय सचिव सर्वजीत पांडे,युवा नगर अध्यक्ष विक्की आर्या तथा छात्र नेता रौशन कुमार मुख्य रुप से मौजूद थे।