रेशु रंजन/खगड़िया
पूर्ण शराबबंदी को बाद भी बिहार में न ही शराब के कारोबार पर ग्रहण लग पा रहा है और न ही शराबियों की संख्या में कमी आ रही है।कह सकते हैं कि,बिहार में शराबी भी मस्त है और शराब कारोबारी भी मनमस्त हैं।कभी शराब बेचने के आरोप में थानेदार पकड़े जा रहे हैं तो कभी पुलिस की वर्दी में शराब पीकर पुलिस वाले टुल्ल नजर आते हैं।हालांकि शराबियों के साथ-साथ शराब कारोबारी भी लगभग रोज कहीं न कहीं से पकड़े जा रहे हैं।इस बीत कभी-कभी ऐसा नजारा सामने आ जाता है,जिसे देखकर या जानकर हंसी को रोक पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।खगड़िया जिले के बेलदौर थाना से एक ऐसा ही मामला सामने आ रहा है।हुआ यूं कि बेलदौर नगर पंचायत निवासी कुंज बिहारी शर्मा के पुत्र राजेश शर्मा ने कहीं बैठकर बीती रात दोस्तों के साथ शराब का मजा लिया।शराब पीते-पीते उसका सभी दोस्त उससे बिछुड़ गया या हो सकता है कि यही शराबी दोस्तों से बिछुड़ गया हो।
खैर!शराबी पीकर जब वह दोस्त को खोजने लगा तो वह लोग नहीं मिला।फिर क्या था,शराबी दोस्तों को खोजते-खोजते शराब के नशे में टल्ली हो चुका राजेश शर्मा बेलदौर थाना पहुंच गया।लेकिन राजेश शर्मा अपने शराबी दोस्तों को ढ़ूंढ़ पाता कि इससे पहले ही थानेदार परेंद्र कुमार की नजर इस शराबी पर पड़ गयी।उन्होंने उसे गिरफ्त में लेकर जब जांच कराया तो वह 200 एमएल शराब अपनी कंठ में उतार चुका था।उसके बाद मेडिकल प्रक्रिया पूरी कर थानाध्यक्ष ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।इधर थाना अध्यक्ष परेंद्र कुमार ने स्वीकारा कि शराबी शराब पीकर थाना पहुंच गया था।जिसके कारण उक्त शराबी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।बहरहाल,इस मामले की चर्चा चहुंओर हो रही है।