रेशु रंजन/खगड़िया
परिवारजनों की प्रताड़ना से तंग आकर खगड़िया स्टेशन पर भीख मांग कर पेट की ज्वाला शांत करने को विवश दो महिलाओं को आरपीएफ ने अपने कब्जे में लेकर वृद्धा आश्रम भेज दिया।जानकारी के मुताबिक आरपीएफ खगड़िया के निरीक्षक प्रभारी अरविंद कुमार राम विक्रम कुमार आजाद एवं महिला आरक्षी मौसम बाई मीणा के साथ खगड़िया स्टेशन पर गस्त व निगरानी कर रहे थे।इस दौरान प्लेटफार्म संख्या दो-तीन के पश्चिमी छोर पर दो बुजुर्ग महिलाओं को ठंड में ठिठुरते हुए यात्रियों से भीख मांगते हुए देखा।
महिलाओं से पूछताछ करने पर लगभग साठ वर्षीय संजू देवी ने बताया कि वह खगड़िया जिले के मुफस्सिल थाना अंतर्गत धुसमुरी बिशनपुर निवासी भोला साह की पत्नी है।दूसरी महिला लगभग 55वर्षीय मंजू देवी ने बताया कि वह खगड़िया जिले के मोरकाही थाना अंतर्गत कामाथान निवासी मोहन साह की पत्नी है।जब दोनों महिलाओं से उनके परिवार और भीख मांगने के बारे में पूछा गया तो दोनों ने बिलखते हुए बताया कि उनके परिवार के कोई भी लोग उनको रखना नहीं चाहते हैं।इसलिए वह स्टेशन पर भीख मांग कर गुजर बसर करने पर मजबूर है।
तत्पश्चात दोनों महिलाओं को आरपीएफ पोस्ट लाया गया तथा खगड़िया प्रखंड अंतर्गत सबलपुर माड़र स्थित मां गायत्री सेवाधाम से संपर्क कर और उनके प्रतिनिधि को बुलाकर दोनों महिलाओं को वृद्ध आश्रम में रखने के लिए सही सलामत सुपुर्द कर दिया गया।बहरहाल,इस मामले की चहुंओर चर्चा हो रही है और जितनी मुंह,उतनी बातें हो रही है।लोगों का कहना है कि स्वार्थ के इस युग में शायद कोई भी अपना नहीं है।तभी तो जिस उम्र की महिलाओं को परिवारजनों के बीच रहना चाहिए,वह ठंड के इस मौसम में ठिठुरते हुए भीख मांग रही थी।