खगड़िया:अगुवानी-सुलतानगंज पुल का मामला अक्सर सुर्खियों में रहता है।इस पुल का निर्माण कार्य शुरु होने से पहले ही गुणवत्ता के सवाल पर जदयू के बहुचर्चित विधायक डॉ संजीव कुमार सवाल उठाते रहे हैं।
निर्माणाधीन अगुवानी- सुलतानगंज पुल का बहुत बड़ा हिस्सा धराशाई होने के बाद डॉ संजीव कुमार द्वारा उठायी गयी कई बातें सत्य भी साबित हुई।बावजूद इसके अभी तक ना ही पुल के धराशाई होने के कारणों की जांच हुई और ना ही संबंधित निर्माण कंपनी के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गयी।ऐसे में बेबाक अंदाज के लिए जाने जाने वाले जदयू के परबत्ता विधायक डॉ संजीव कुमार ने बिहार विधानसभा में यह मामला उठाकर कहीं ना कहीं अपनी ही सरकार को घेरने की कोशिश की है।
बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के आज अंतिम दिन अगुवानी- सुलतानगंज निर्माणाधीन पुल का मुद्दा परबत्ता के विधायक डॉ संजीव कुमार ने जोर शोर से उठाया।विधायक डॉ संजीव कुमार ने सदन में कहा कि अगुवानी-सुलतानगंज पुल पिछले दस वर्षो से बन रहा है।सरकार इस पुल को ना केवल जल्द से जल्द बनाए बल्कि इसे अगस्त 2025 तक आवागमन के लिए सौंपे भी।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षो से हर बार सरकार यही कहती है कि एक साल में यह पुल बन जाएगा।जबकि यह निर्माणाधीन पुल निर्माण के दौरान ही दो बार गिर भी चुका है।लेकिन,आज तक पुल गिरने का कारण भी नही पता चल पाया है।अभी तक ना तो पुल निर्माण कम्पनी एसपी सिंगला, रोडिक कंसल्टेंसी या किसी बड़े अधिकारी पर कोई कारवाई हुई है और ना ही इस संदर्भ में आधिकारिक तौर पर कुछ कहा जा रहा है।
डॉ संजीव ने यह भी कहा कि हर साल सरकार यही कहती है कि एक साल में यह पुल पूरा हो जायेगा।उन्होंने कहा कि सरकार तत्परता दिखाएगी तो यह पुल अगस्त 2025 तक बन सकता है।
इधर,सरकार की ओर से जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री सह विभागीय मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पुल के मलवा को हटाते हुए सरकार युद्धस्तर कार्य करा रही है।अठारह माह में पुल बनवाने का समय निर्धारित किया गया है और उसे तय समय सीमा में पूरा करा लिया जायेगा।
बहरहाल,उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा दिए गए,जवाब में कितना दम है,यह तो आने वाला समय ही बताएगा।लेकिन इतना तय है कि जनता से जुड़े सवालों को लेकर अक्सर आवाज बुलंद करते रहे परबत्ता विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जनता से जुड़े मामले को लेकर वह किसी को बख्शने को तैयार नहीं हैं और वह दलीय बंधन को लांघकर भी वही करेंगे,जो जनता के लिए हितकारी होगा।
रिपोर्ट-आनंद राज