रेशु रंजन की रिपोर्ट
PATNA:बिहार के बहुचर्चित विधायक डॉ संजीव कुमार ने बिहार विधानसभा में गैर सरकारी संकल्प के माध्यम से एक ऐसा मामला उठाया,जो लोगों के दिलों को छू गया।हालांकि डॉ संजीव से पहले भी यह मामला कई बार उठ चुका है।
दरअसल,परबत्ता विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे जेडीयू के विधायक डॉ संजीव कुमार ने बिहार विधान सभा में राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के मुद्दे को गंभीरता से उठाया है।
बिहार विधान सभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली के नियम-150 के तहत अतिलोक महत्व के विषय पर गैर सरकारी संकल्प की सूचना के तहत प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह को बिहार के नव-निर्माण में ऐतिहासिक और अविस्मर्णीय कार्य के लिए मरणोपरांत भारत रत्न देने को ले केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने की मांग विधानसभा में गैर सरकारी संकल्प के माध्यम से की गयी।
इस मामले पर मंत्री विजय चौधरी ने साकारात्मक जवाब देते हुए कहा कि,बिहार के नव निर्माण में श्री बाबू के योगदान से पूरा बिहार अवगत है और यह सरकार के संज्ञान में भी है।उनके सम्मान से सरकार कहीं भी समझौता नहीं करती है।
भारत रत्न दिलाने हेतु श्री कृष्ण बाबू जी के सभी तथ्यों को इकट्ठा कर रहे हैं और फिर जल्द ही भारत रत्न देने के लिए केंद्र सरकार को अनुशंसा भेजी जाएगी।
विधायक डॉ संजीव कुमार ने श्रीकृष्ण बाबू को भारत रत्न देने के लिए केंद्र सरकार को अनुशंसा विचार जल्द भेजने का आश्वासन देने को लेकर मुख्यमंत्री और मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
विधायक डॉ संजीव कुमार ने कहा कि,श्री कृष्ण सिंह मुख्यमंत्री बने तो यहां पर उन्होंने आधारभूत संरचना का विकास किया।कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत प्रदान की।
उन्होंने ना केवल समाज में भेदभाव खत्म कराया,बल्कि जमींदारी प्रथा का उन्मूलन भी किया और अनेकों कल करखाने लगाए।जमींदारी प्रथा का उन्मूलन और दलितों को मंदिर में प्रवेश दिलाने की बातें लोगों के जेहन से कभी मिट नहीं सकती है।
उन्होंने अपने शासनकाल में जितना काम किया,वह पूरे देश के लिए उदाहरण है।उनके कामों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है।उन्होंने कहा कि,श्री बाबू के योगदान को इतिहास याद रखेगा।विधायक ने यह भी कहा कि,श्री बाबू ने सामाजिक समरसता का मिसाल कायम किया था।उनके कार्यकाल में बिहार औद्योगिक और आर्थिक रुप से अग्रणी राज्यों में शामिल था।ऐसे महान विभूति को भारत रत्न सम्मान से वंचित रखना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है।जल्द से श्री बाबू भारत रत्न मिलना चाहिए।
बहरहाल,श्रीकृष्ण सिंह को कब तक भारतरत्न मिलेगा,यह तो देखने वाली बात होगी।लेकिन, इतना तय है कि,श्रीकृष्ण बाबू को अगर अविलंब भारतरत्न नहीं मिला तो विस चुनाव के समय सरकार के लिए बगले झांकना बहुत बड़ी मजबूरी जरुर होगी।