अलौली(खगड़िया)।नीतीश सरकार के द्वारा घर-घर बिजली पहुंचाने के दावे में कितना दम है,यह कहने की आवश्यक्ता नहीं है।लेकिन बिजली रानी की दगा ने उपभोक्ताओं का जीना हराम कर रखा है।अन्य दिनों की बातों को कुछ देर के लिए नजरअंदाज कर अगर हाल की स्थिति पर चर्चा करें,तो खगड़िया जिले के परबत्ता, बेलदौर तथा गोगरी सहित अलौली प्रखंड में भी बिजली की दयनीय स्थिति नजर आयी।अलौली प्रखंड अंतर्गत शुम्भा सहित अन्य पंचायतों में सुबह 4 बजे से 1बजे दिन तक बिजली आपूर्ति बाधित रहना हर कोई को बुदबुदाने के लिए मजबूर कर दिया है। — अलौली प्रखंड के शुम्भा पंचायत सहित अन्य पंचायतों से सुबह चार बजे से नदारद हुई बिजली रानी का दर्शन सामाचार लिखे जाने तक नहीं हुआ है।हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है।बीते कई दिनों से बिजली की आंख मिचौली जारी है।जिसके कारण शुम्भा बाजार में दिनभर लोग मोबाइल चार्ज करने के लिए इधर-उधर भटकते रहे।कह सकते हैं कि अभी यास तूफान का असर हो सकता है।लेकिन हल्की सी बारिश हो या फिर आंधी- तूफान,बिजली अक्सर गुल हो जाती है।विभागीय लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे उपभोक्ताओं का कहना है कि लचर-पचर व्यवस्था के कारण इस तरह की स्थिति बन आती है।स्थानीय उपभोक्ताओं के मुताबिक अलौली प्रखंड में कहीं भी सही तरीके से बिजली के खम्भे तक लगाए नहीं गए हैं।
जिसके वजह से कहीं बिजली के खंभे गिर जाते हैं,तो कहीं बिजली के तार।इस तरह की समस्या का अक्सर सामना करना लोगों की नियति बन गई है।बावजूद इसके विभागीय पदाधिकारी किसी न किसी तरह का बहाना बनाकर गर्मी के इस मौसम में लोगों को झुलसने पर विवश कर देते हैं।वैसे कुछ बुद्धिजीवियों का ऐसा भी मानना है कि ससमय बिजली बिल जमा नहीं करने के कारण तमाम उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है।ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की समस्या अधिक रहती है,जबकि शहरी क्षेत्रों में समस्याएं बहुत कम देखने को मिलती है।स्थानीय लोगों के मुताबिक बिजली रानी के अक्सर गायब रहने से परेशानी तो है ही,विभिन्न पंचायतों में अब तक कई मवेशी पालकों को पशुओं की जिंदगी से हाथ धोना पड़ा है।फिर भी विभाग के द्वारा इस तरह के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। — वीआईपी पार्टी के सोशल मीडिया आईटी सेल के खगड़िया जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रियांशु ने कहा है कि सिर्फ मुआवजा देने से समस्या का समाधान नहीं होता है।बिजली विभाग को इस ओर ध्यान केन्द्रित करने की जरुरत है।उन्होंने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां भी 11हजार वोल्टेज का तार गया है,उसके नीचे जाली का प्रबंध बहुत जल्द किया जाना चाहिए,जिससे तार टूटने पर भी नीचे नहीं गिरेगा और ना ही किसी प्रकार की घटना।होगी।श्री प्रियांशु के मुताबिक बीते कुछ दिनों की घटना पर अगर नजर केन्द्रित करें,तो बिजली के कारण शुम्भा पंचायत में तीन मवेशियों की अकारत मौत हो चुकी है।घटना के समय भी बिजली विभाग के वरीय पदाधिकारियों से तार के नीचे जाली लगाने की मांग की गई थी। लेकिन इसके एवज में महज आश्वासन ही दिया जाता रहा।इस तरह की स्थिति के बीच यह सवाल उठना लाजिमी है कि अगर बिजली का तार टूटता है तो कौन होगा इसका जिम्मेदार!घटना के समय विभाग आनन- फानन में मुआवजा देकर अपना काम तो चला लेता है,लेकिन बाद में इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है।इसलिए समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण हो।भावी सरपंच प्रत्याशी उमेश पासवान,श्री मति सुधा देवी पासवान,क्षेत्र संख्या 3के भावी जिला परिषद प्रत्याशी भागीरथी पासवान,शुम्भा के पैक्स अध्यक्ष रामराज कुमार पासवान,वार्ड सदस्य गब्बर पासवान,वार्ड सदस्य दिलीप कुमार पासवान,वीआईपी छात्र संघ के जिला सचिव रंजीत पासवान,वर्तमान मुखिया महेश पासवान, वर्तमान सरपंच बब्लु ठाकुर, रासबिहारी उर्फ नाटो,भावी पंचायत समिति प्रत्याशी सज्जन पासवान,अरुण पासवान,भाजपा के हरिपुर मंडल अध्यक्ष उदय शर्मा आदि का भी कमोवेश यही कहना है।विभागीय उदासीनता का दंश झेल रहे इन उपभोक्ताओं का कहना है कि बिजली की लचर व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए विभागीय पदाधिकारियों के साथ-साथ जिला पदाधिकारी को भी गंभीर पहल करनी चाहिए। —
Trusted News Portal and Youtube Channel
कहीं किसी पदाधिकारी या नेता का किसी भी तरह का दिखे भ्रष्टाचार,तो मेरे वाट्सएप नंबर- 6200721661 पर मैटर,वीडियो और तस्वीर अवश्य डालें।खबर को प्राथमिकता मिलेगी।