आरोप लगाया गया है कि बिहार के नालांद जिले के एक थाने की छत पर जमकर शराब पी जाती है. अब सीसीटीवी (CCTV) जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा करने की बात कही जा रही है.
आशिष रंजन की रिपोर्ट
नालंदा . मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शराबबंदी लागू कर बिहार को शराब से मुक्त करने का बड़ा कदम उठाया. सीएम के इस पहले की काफी सराहना भी हुई. लेकिन शराबबंदी का मखौल इन दिनों आम लोग तो दूर थाने के ही सरकारी बाबू उड़ा रहे हैं. हालत ऐसी है कि शराब पीने के लिए बिहार के एक थाने को मयखाना बना दिा गया. दरअसल, यह पूरी मामला नालंदा जिले के दीपनगर थाना का है. दीपनगर थाना की सबसे ऊपरी मंजिल की छत पर संतरी रूम को शराब पीने के लिए उपयोग करने का आरोप लगा है. छत पर ही लोग बैठकर जमकर शराब पीते हैं. शराब पीने के बाद जो भी बोतलों को पुआल के नीचे छुपा दिया जाता है.
लोगों ने आरोप लगाया है कि थाना में तैनात पुलिसकर्मियों से लेकर पदाधिकारियों तक जानते हैं कि कोई भी वरीय अधिकारी थाने की छत पर नहीं पहुंचते हैं. इस कारण उनकी कारगुजारी छिप जाएगी. लेकिन जब एसडीएफ लाइव इंडिया के संवाददाता ने थाना की छत पर जाकर जायजा लिया तो छत का संतरी रूम खाली पड़ा हुआ था. संतरी रूम में नजर आ रही थी तो सिर्फ पुआल में छिपाकर रखी गई शराब की खाली बोतलें.
सीसीटीवी कैमरों से हुआ मामले का खुलासा
सवाल यह उठ रहा है कि अब सीसीटीवी की जांच के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा कि आखिरकार निचे से कौन ऊपर शराव ले जाकर पीते हैं. फिलहाल इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. अब देखना यह है कि वरीय अधिकारी व सरकार इस मामले में कितनी गंभीरता दिखाते हैं.