खगड़िया।
सहरसा-खगड़िया रेलखंड के धमारा घाट पर बीते 2013 में घटित भीषण घटना को यादकर लोग अब भी सिहर जाते हैं।राज्यरानी एक्सप्रेस की चपेट में आकर मौत के आगोश में समा चुके माँ कात्यायनी के श्रद्धालुओं की नौवीं शहादत दिवस मौके पर धमारा घाट स्टेशन परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।श्रद्धांजलि देते हुए युवा शक्ति के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नागेन्द्र सिंह त्यागी ने कहा कि,आप सभी जानते हैं कि बीते 2013 के 19 अगस्त को धमारा घाट स्टेशन पर दीनहीन व्यवस्था के कारण मां कात्यानी स्थान जाने वाली अट्ठाइस श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी।राज्यरानी एक्सप्रेस की चपेट में आकर सभी 28 श्रद्धालु काल के गाल में समा गए थे।इसके बाद फरकियावासियों द्वारा धमारा घाट स्टेशन की तस्वीर बदलने के साथ-साथ मौत के शिकार हुए श्रद्धालुओं के परिजन को मुआवजा,क्षेत्र का सर्वांगीण विकास और धमारा घाट स्टेशन पर सभी एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव सहित कई सवालों को लेकर उनके व इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार के नेतृत्व में आंदोलन किया गया था।जिसका प्रतिफल हुआ कि, धमारा घाट को मॉडल स्टेशन बनाया गया।पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया गया।
उन्होंने कहा कि, भारतीय रेल विश्व में युवाओं के लिए रोजगार का सबसे बड़ी फैक्ट्री है।वर्तमान नरेंद्र मोदी की सरकार इस फैक्ट्री को निजी कंपनियों के हाथों बेच कर स्वतंत्र कर्मचारी से हटाकर बंधुआ मजदूर बनाने का प्रयास कर रही है।जनसंख्या के दृष्टिकोण से विश्व के दूसरे सबसे बड़े देश में रोजगार के अवसर को समाप्त करने का मतलब है,देश को समाप्त करना। हम बिहार के युवा इसे अंतिम सांस तक नहीं होने देंगे।
श्री त्यागी ने 2013में हुए आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि,उस दौरान हुए आंदोलन के क्रम में हजारों निर्दोष व्यक्तियों पर किया गया मुकदमा वापस लिया गया।मां कात्यानी स्थान को राष्ट्रीय पर्यटक स्थल का दर्जा देने हेतु कदम उठाया गया। इसके अलावे बदला से लेकर कोपरिया तक पुल और पक्की सड़क निर्माण का भी सपना पूरा हो गया,जो कुछ ही दिनों में निर्माण कार्य आरंभ होने वाला है।
श्री त्यागी ने कहा कि 2013 से लेकर आज तक हर फरकियावासी 19 अगस्त को उस हादसे को शहादत दिवस के रुप में मनाते आ रहे हैं।पशुपति सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा का संचालन पंचायत के पैक्स अध्यक्ष साकेत सिंह बबलू ने किया।समाजसेवी इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि,किसी भी आंदोलन में क्या ताकत होती है,उसका एहसास फरकियावासियों ने 2013 में धमारा घाट स्टेशन पर करा दिया।उन्होंने 28 श्रद्धालुओं को नमन करते हुए कहा कि, 28 आत्मा अभी भी हम लोगों के बीच है।उसी की ताकत है,जो इस इंसान पर सवार होकर आने वाली पीढ़ी को ऐसी भयावह घटनाओं से सामना ना हो,इसके लिए विकास का कार्य करवाती है।
उन्होंने कहा कि,किसी भी क्षेत्र का विकास वहां के स्थानीय व्यक्ति के विचार पर निर्भर करता है।यदि आपकी सोच सरकार की दी गई संपत्ति एवं पूंजी को लूटना है, तो विकास कभी नहीं होगा।जिस दिन हमारी सोच सरकार की संपत्ति एवं हो रहे विकास के कार्य को अपना विकास एवं कार्य समझना प्रारंभ कर देगी,गुणवत्ता के साथ हमारे क्षेत्र का विकास खुद ब खुद हो जाएगा।
इस अवसर पर 28 श्रद्धालुओं की याद में 28 मोमबत्तियां जलाकर उस पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।अध्यक्षीय संबोधन में पशुपति सिंह ने कहा कि,आखिर कब तक फरकियावासी समस्या से जूझते रहेंगे।आइए हम सब मिलकर सुंदर एवं विकसित फरकिया बनाने का एक होकर संकल्प लें।
संचालन करते हुए पैक्स अध्यक्ष साकेत सिंह बबलू ने कहा कि,फरकिया के विकास के लिए हर संभव कदम बढ़ाते रहेंगे।उन्होंने फरकिया के युवाओं से आह्वान किया कि, हमारे बुजुर्ग जो नहीं कर सके, हम युवाओं को करके उनके सपनों को पूरा करना है।
जन अधिकार पार्टी के जिला कृष्णा नन्द यादव ने कहा कि,सरकार कोई भी हो, सबने फरकियावासियों को उनके हक और अधिकार से वंचित रखा है।आखिर क्या कारण है कि,जो एक्सप्रेस ट्रेन धमारा स्टेशन पर ठहरती थी, आज की तारीख में नहीं ठहरती है।इस इलाके के लोग सांसद/विधायक के पास गुहार लगा रहे हैं,लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिल रहा है।उन्होंने कहा कि,अविलंब सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव धमारा स्टेशन पर चालू किया जाय,अन्यथा हम फरकियावासी रेल की पटरी पर बैठने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
जन अधिकार युवा परिषद के जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू,जन अधिकार छात्र परिषद के जिला अध्यक्ष निलेश कुमार,युवा शक्ति के जिला सचिव पप्पू यादव, कोषाध्यक्ष नीरज कुमार यादव ने कहा कि, 19 अगस्त सिर्फ राजरानी एक्सप्रेस की ही नहीं,बल्कि 1981 में हुए एशिया का सबसे बड़ी रेल दुर्घटना की याद दिलाती है।कितनी कुर्बानी के बाद राज्य एवं केंद्र सरकार की आंख खोलने का काम फरकियावासियों ने किया।
इस अवसर पर मुकेश कुमार मधुकर,त्रिभुवन कुमार सिंह, राजा कुमार,उदय कुमार सिंह, विपिन कुमार,विनोदी सिंह, अशोक कुमार,सदानंद सिंह, प्रमोद साह,अरविंद सिंह, दिलो साह,साहेब सिंह आदि ने श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिवार के उज्जवल भविष्य की कामना की।