संवाददाता
खगड़िया।नीतीश सरकार द्वारा बिहार में आरक्षण कानून 2006-7 के आलोक में कई चुनाव कराया गया।हाल में बीते 10 एवं 20 अक्तूबर को नगर निकाय चुनाव में अतिपिछड़ा वर्ग को 20 प्रतिशत आरक्षण देकर बिहार सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कराया जाना था,लेकिन आरएसएस निर्देशित भाजपा के मायावी करिश्मे के कारण हाईकोर्ट द्वारा रद्द कर दिया गया।इस बाबत बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अतिपिछड़ा वर्ग को आरक्षण दिये जाने और नगर निकाय चुनाव कराने के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट जाने की बात सर्व विदित है।बावजूद इसके अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति जाति, पिछड़ा,अतिपिछड़ा तथा अल्पसंख्यक वर्ग के नागरिकों को मिलने वाले आरक्षण की विरोधी रही भाजपा आरक्षण और निकाय चुनाव के नाम पर विधवा विलाप कर रही है।उक्त बातें आज सोमवार को भाजपा द्वारा धरना प्रदर्शन कार्यक्रम कर लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरुद्ध बयान दिए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते जदयू के जिला अध्यक्ष बबलू कुमार मंडल ने कचहरी रोड स्थित जिला जनता दल यूनाइटेड के जिला कार्यालय में कही।
श्री मंडल ने कहा कि, बिहार की जनता सबकुछ समझ रही है।लेकिन भाजपा सिर्फ भ्रम फैलाने की नापाक कोशिश कर रही है।इसका करारा जबाव 2024 के लोकसभा चुनाव में दिया जाएगा।अतिपिछड़ा समाज के एक मात्र हिमायती व रहनुमा कोई हैं,तो वह अम्बेडकर,लोहिया, जयप्रकाश व कर्पूरी ठाकुर सरीखे महापुरुषों के पदचिन्हों पर चलने और इनके सपनों को साकार करने वाले देश के सर्वमान्य नेता लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं।श्री मंडल ने यह भी कहा कि,बगैर आरक्षण लिए नगर निकाय चुनाव असंभव है।
जदयू के जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने बीजेपी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरुद्घ धरना प्रदर्शन,कार्यक्रम व अनर्गल बयान देकर बीजेपी चलनी दूसे सूप को चरितार्थ कर रही है।जब बिहार सरकार अतिपिछड़ा वर्ग को आरक्षण देकर चुनाव करा ही रही थी,तो बीच में हाईकोर्ट के फैसला बाद चुनाव को रद्द कर दिया गया।फिर हमारी सरकार हाईकोर्ट के फैसले के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट भी गई है।इस बात की जानकारी से अवगत होने के बाद से बीजेपी फरफरा रही है।उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि, बीजेपी एक चिड़िया है और उसका पैखना झर रहा है।श्री शास्त्री ने कहा कि,धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरुद्ध हास्यास्पद बयान देकर आमजनों को दिग्भ्रमित व गुमराह कर रही है।बीजेपी शुद्ध रुप से आरक्षण विरोधी मानसिकता की है।बीजेपी कभी नहीं चाहती है कि,देश के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा, अतिपिछड़ा व अल्पसंख्यक समुदाय के नागरिक सामाजिक,आर्थिक एवं राजनीतिक रुप से विकास हों।