सुपौल।बीते सप्ताह जिले के छातापुर प्रखंड अंतर्गत डहरिया स्थित वार्ड नंबर 11 में आठ परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें बेघर कर दिए जाने का मामला तूल पकड़ चुका है।डहरिया अंचल प्रशासन द्वारा अतिक्रमणवाद की कार्रवाई के नाम बुलडोजर चलाए जाने की जानकारी मिलते ही आग बबूला हुए पूर्व सांसद सह जाप सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पहुंचे और अतिक्रमवाद के नाम पर की गई कार्रवाई को साजिश का नतीजा बताया।उनके आगमन की प्रतिक्षा में खड़ी हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, अतिक्रमवाद की कार्रवाई के नाम पर गरीबों के कच्चे-पक्के मकानों को जमींदोज कर दिए जाने का मामला काफी गंभीर है।गरीबों को बेघर किए जाने में कुल नौ लोगों ने साजिश की।हालांकि इस साजिश में मेरे भी कुछ लोग शामिल थे।कौन-कौन लोग सीओ और दारोगा से मिले तथा किस-किस ने किस-किस से बात की,सभी बातों से वह वाकिफ हैं।
सैफई से आने में उन्हें विलंब जरुर हुआ,लेकिन सम्पूर्ण घटनाक्रम पर उनकी पैनी नजर थी।पप्पू यादव ने कहा कि,मंत्री सहित अधिकारियों से बात कर उन्होंने संपूर्ण घटनाक्रम से अवगत करा दिया है।पन्द्रह दिनों से एक माह के अंदर सीओ के साथ-साथ दारोगा को हर हाल में निलंबित संस्पेंड होना होगा।युवाओं से मंत्री व वरीय अधिकारियों को टैग कर सोशल मीडिया पर जस्टिश फॉर डहरिया के नाम से दारोगा के खिलाफ मुहिम चलाने की अपील करते हुए पप्पू यादव ने आठ परिवारों को तत्काल सहायता के एवज में 1 लाख 60 हजार की राशि दी।इतना ही नहीं,पप्पू यादव ने यह भी कहा कि,बेघर परिवारों को वह एक माह तक का राशन उपलब्ध कराकर भोजन का भी प्रबंध करेंगे। यहां तक कि,स्थल से लेकर न्यायालय तक उनकी पीड़ा में सम्मलित रहेंगे।मौके पर पप्पू यादव ने सवाल करते हुए कहा कि,अंचल में जब पूर्व से पन्द्रह अतिक्रमणवाद लंबित है,तो डहरिया में गरीबों का घर तोड़ने में अंचल प्रशासन द्वारा तत्परता क्यों दिखाई गई?सीओ और दारोगा किस-किस से मिले और क्या डील हुआ?अतिक्रमणवाद के नाम पर की गई कार्रवाई के तहत बैकफुट पर आए प्रशासन ने उजाड़े गए परिवारों को उक्त स्थल पर ही जगह दी,तो फिर दोषियों की जिम्मेदारी आखिर क्यों नहीं तय की गई?
बता चलें कि,बीते सप्ताह डहरिया स्थित वार्ड नंबर 11 में अंचल प्रशासन द्वारा सड़क के किनारे बसे आठ परिवारों का घर बुलडोजर से ध्वस्त कर उन्हें बेघर कर दिया था। नाराज बेघर परिवार के सदस्यों ने एसएच-91 पर डेरा जमाकर आवागमन को बाधित कर दिया था।हालांकि 48घंटे बाद ही प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा उक्त स्थल पर ही पुनर्वासित किए जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद अपना घर गंवा चुके बेघर लोग सड़क से हटने को तैयार हुए।
Trusted News Portal and Youtube Channel
कहीं किसी पदाधिकारी या नेता का किसी भी तरह का दिखे भ्रष्टाचार,तो मेरे वाट्सएप नंबर- 6200721661 पर मैटर,वीडियो और तस्वीर अवश्य डालें।खबर को प्राथमिकता मिलेगी।