प्रवीण कुमार प्रियांशु की रिपोर्ट
बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं से चिंतित लोग अब शासन-प्रशासन को कोसते हुए आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण पाने की मांग करने लगे हैं।इसी कड़ी में देश बचाओ अभियान फरकिया मिशन के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने भी छपरा में जहरीली शराब पीने से 60 लोगों की मौत के साथ-साथ कटिहार एवं पटना में 13 लोगों की हत्या पर आक्रोश व्यक्त किया है।उन्होंने सभी मामलों को रेखांकित करते हुए न केवल दु:ख और गहरी संवेदना व्यक्त की है,बल्कि बिहार सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की भी मांग की है।श्री यादव ने मृतकों के आश्रितों को दस-दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग करते हुए शराब माफिया, शराब निर्माता एवं विक्रेताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग सहित ऐसे समाज द्रोहियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा चलाने की मांग की है।
मिशन सुरक्षा परिषद के राष्ट्रीय सचिव किरण देव यादव ने कहा कि,जब बिहार सरकार द्वारा बिहार में पूर्णतः शराबबंदी लागू है,तो फिर सरेआम शराब की बिक्री आखिर कैसे हो रही है!शराब की होम डिलीवरी क्यों चालू है!उन्होंने कहा कि,शराबबंदी कानून फेल तो है ही,जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत के लिए आखिर जिम्मेदार कौन है!श्री यादव ने आक्रोशित लहजे में यह भी कहा है कि,प्रत्यक्ष तौर पर शराब के रुप में जहर की आपूर्ति सर्वत्र हो रही है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि,शराब माफिया आखिर है कौन?उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि,शराब माफियाओं के साथ-साथ शराब निर्माताओं के विरुद्ध आखिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है?शराब का निर्माण कहां और कैसे हो रहा है?हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि, सरकार द्वारा शराबबंदी को लेकर जागरुकता फैलायी गई,शराब के कुप्रभाव और परिणाम भी बताए गए।बावजूद इसके लोग शराब पीकर मौत को गले लगा रहे हैं हैं।
उन्होंने कहा कि,शराब बर्बादी और मौत का दूसरा नाम है।फिर भी जानबूझकर शराब पीना कहां तक बुद्धिमानी है!श्री यादव ने कहा है कि,शराब माफिया शराब रुपी जहर आम जनता को पिलाकर धन बटोर रहे हैं और तथाकथित लोग शराब पीने में धन लुटा रहे हैं।अपने बाल-बच्चे,पत्नी व परिवार को कुंठित एवं कुपोषित तो कर ही रहे हैं, अशिक्षित करने का भी काम कर रहे हैं।यह दुर्भाग्यपूर्ण है।शराब माफिया के लिए बेहतर व्यवसाय कर धन उपार्जन करने की नैतिक जिम्मेवारी बनती है।लेकिन कमाने के लिए नैतिक पतन नहीं होना चाहिए।ऐसे लोगों को नैतिक कर्तव्य का पाठ सीखने की जरुरत है।वर्तमान समय में नैतिक शिक्षा की आवश्यकता है।
हालांकि सत्तासीन सरकार जानबूझकर ड्रग्स व शराब का लत आमजन खासकर नौजवानों को लगा रही है।ताकि,नौजवान नशा घोंटकर स्वविवेक खो दें,नीति,नियम व नैतिक विहीन हो जाएं और फिर जैसे मन हो,सत्ता चलाएं।लोगों के विरोध करने का विवेक ही समाप्त हो जाए।कुत्सित मानसिकता वाले शराब माफिया एवं संरक्षक द्वारा गलत तरीके से पैसा कमा कर व व्यभिचार फैलाकर आमजन खासकर नौजवानों को भटकाया जा रहा है।जिसे आमजनों को सोचने व समझने की जरुरत है।इतना ही नहीं,शराब व ड्रग्स की नशा से कोसों दूर रहकर एक बेहतर जिंदगी जीने की जरुरत है।बिहार को बदनामी से बचाने की जरुरत है।सामाजिक चिंतक समाजसेवी किरणदेव यादव ने शराब पीने वालों सहित आम जनमानस से दूध एवं जूस पीने तथा गलत आदत को सुधारने की मार्मिक अपील की है।