श्रवण आकाश की रिपोर्ट
खगड़िया जिले के दारुबाज परबत्ता सीएचसी प्रभारी गुगली बॉल के साथ-साथ डीएम के यार्कर बॉल को या तो समझ ही नहीं सके या बॉल को संभाल नहीं पाए,इसलिए बोल्ड हो गए।हालांकि स्वास्थ्य विभाग खगड़िया ने दारुबाज सीएचसी परबत्ता प्रभारी समेत अन्य अधिकारियों पर के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है और डॉ धर्मेंद्र कुमार को परबत्ता सीएचसी प्रभारी बनाया है।मिल रही जानकारी के अनुसार,परबत्ता सीएचसी के प्रभारी डॉ राजीव रंजन के विरुद्ध असैर्निक शल्य चिकित्सक मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी,खगड़िया द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई है।
बताया जा रहा है कि,परबत्ता सीएचसी के प्रभारी डाक्टर राजीव रंजन को पदमुक्त कर दिया गया है।इस मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर अमरनाथ झा ने बताया कि, डॉ राजीव रंजन,सीएचसी परबत्ता प्रभारी को बीते 3 नवंबर को नशे की हालत में पकड़े जाने के कारण इस तरह की बड़ी कार्रवाई हुई है।हालांकि यह भी बताना जरुरी है कि,इसी सीएस अमरनाथ झा ने कहा था कि,पुलिस ने डॉक्टर राजीव रंजन को गिरफ्तार करने के मामले में प्रोटोकोल को नहीं समझा।बिना मजिस्ट्रेट की मौजूदगी के किसी डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।
खैर! दारुबाज सीएचसी प्रभारी की गिरफ्तारी के बाद बीते 30 नवंबर को जिला पदाधिकारी खगड़िया सह अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति खगड़िया की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित हुई और बैठक में दिए गए निर्देश के आलोक में बिहार कोषागार संहिता 2011 के नियम 84 के तहत डॉ धर्मेंद्र कुमार चौधरी को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व सीएचसी परबत्ता का अगले आदेश तक प्रभारी पद का कार्यभार सौंपा दिया गया है।
कहा गया है कि,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परबत्ता के डॉक्टर राजीव रंजन आदेश जारी होने की तिथि से 2 दिनों के अंदर डॉ धर्मेंद्र कुमार चौधरी को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं निकासी एवं पदाधिकारी का प्रभार सौंपते हुए सूचित करेंगे।वहीं बंध्याकरण मामले में हुई लापरवाही को लेकर बीसीएम दीपक कुमार और डॉ हरिनंदन शर्मा के विरुद्ध विभागीय भी तबादले का आदेश पत्र जारी किया गया है।