इरशाद अली की रिपोर्ट
खगड़िया जिले के गोगरी नगर परिषद क्षेत्र स्थित रेफ़रल अस्पताल विवादों से घिरा हुआ है।हर दिन कोई न कोई ऐसी समस्या सामने आ रही है,जिसका निष्पादन करना बेहद ही मुश्किल प्रतीत हो रहा है।दो दिन पहले प्रसव के दौरान गलत ऑपरेशन कर देने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि,अब बंध्याकरण करने के बाद दो कर्मियों द्वारा ओटी से बिछावन तक मरीज को लाने का चार्ज लिए जाने का मामला उजागर हुआ है।इस मामले में बभनगामा निवासी काजल देवी,हीराटोल निवासी खुशबू देवी,सोनारयार निवासी रुपम कुमारी,चांदपुर निवासी सोनी देवी,छोटी मालिया निवासी डेजी देवी,झौवा बहियार निवासी सोनी देवी, बसुआ निवासी पूजा कुमारी,कटघरा निवासी सुलैना देवी आदि ने बताया कि,उनसे ऑपरेशन के बाद ओटी से बेड तक ले जाने के एवज में चार्ज के तौर पर 50 रुपये लिए गए।यह रुपये अस्पताल के सफाई कर्मी सुबोध कुमार एवं एक महिला सफाईकर्मी के पति द्वारा लिया गया है।हालांकि जब पत्रकारों द्वारा इसका कारण पूछा गया, तो ऊक्त कर्मी द्वारा सभी को पैसा लौटाने की बातें कही जाने लगी और उसके बाद बहाना बनाकर वह लेग चले गए।बताया गया कि, अस्पताल में वार्ड बॉय नहीं रहने के कारण उसके बदले कार्य करने को कहा गया है।मामला उजागर होते देख सभी की बोलती बंद देखी गयी।उसके बाद परिजन खुद मरीज को ढ़ोने लगे।वहीं किसी भी कार्य मे पैसे का लेन-देन रोकने में विफल अस्पताल प्रभारी ने कहा कि, ऐसे मामले सामने आने पर कार्यवाही की जाएगी।वैसे उन्होंने ऐसे कार्य करने वाले लोगों को चेताया भी।उन्होंने यह भी कहा कि,अस्पताल में वार्ड ब्याय नहीं है।जिसके कारण ऑपरेशन थियेटर से बेड तक स्ट्रेचर खींचने के लिए अलग कर्मियों को लगाया जाता है।