श्रवण आकाश की रिपोर्ट
खगड़िया।सिक्किम में घटित सड़क दुघर्टना में अन्य आर्मी जवानों के साथ खगड़िया के लाल जेसीओ चंदन कुमार मिश्र के शहीद होने की खबर से परबत्ता के विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही साथ पूरे खगड़िया में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।आज रविवार को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सैनिक सम्मान के साथ बहुचर्चित उत्तरवाहिनी अगुआनी गंगा घाट पर किया गया।शहीद के महज आठ वर्षीय पुत्र मयंक कुमार ने मुखाग्नि दिया।
रविवार सुबह गांव-कस्बे से काफी संख्या में लोग भी ट्रैक्टर-ट्राॅली से पहुंचकर गोगरी बाईपास,मड़ैया बाजार, शहीद कैप्टन आनंद चौक, परबत्ता बाजार,सिराजपुर, श्रीरामपुर ठूठ्ठी,डुमरिया बुजुर्ग,अगुवानी बस स्टैंड आदि जगहों पर जाकर खड़े हो गए।तिरंगा लगे ट्रैक्टर ट्रॉली के लंबे काफिले के साथ खगड़िया के लाल शहीद चंदन कुमार का पार्थिव शरीर गांव से अगुवानी गंगा घाट ले जाया गया।
इस दौरान जब तक ‘सूरज चांद रहेगा’,’चंदन तुम्हारा नाम रहेगा’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाए गए।गांव की महिलाएं अपने-अपने घरों की छत पर पहुंचकर ट शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा कर रही थी।
इसके पूर्व परबत्ता प्रखंड अंतर्गत नयागांव पचखुट्टी के वीर पुत्र जेसीओ चंदन कुमार का पार्थिव शरीर उनके गृह जिला खगड़िया के माॅडल थाना गोगरी में प्रवेश करते ही पूरे जिलेवासी शहीद चंदन के अंतिम दर्शन को ले हजारों की संख्या में जुट गए।
इसके पश्चात जिला प्रशासन के आदेशानुसार प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त – दुरुस्त कर जेसीओ चंदन कुमार के पार्थिव शरीर को पैतृक गांव नयागांव के लिए लेकर चल पड़े।साथ में कांग्रेस के एमएलसी राजीव कुमार, विधायक प्रतिनिधि ध्रुव शर्मा समेत विभिन्न राजनैतिक दलों के लोग भी शहीदों के अंतिम यात्रा में शामिल दिखे।
शहीद जेसीओ चंदन कुमार के परिजनों ने बताया कि,उनका नानी घर मुंगेर जिले के बागेश्वरी खड़गपुर में स्वर्गीय जय प्रकाश झा के यहां है,वो अपनी छुट्टियां मनाने नानी घर भी लगातार आया-जाया करते थे।बीते 8 मार्च 2006 को नवगछिया जिले के खरीक प्रखंड अंतर्गत रतनपुरा गांव में उनकी शादी डॉली मिश्रा के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई थी।इतना ही नहीं,1999 ई० में वह नयागांव के ही श्रीकृष्ण उच्च विद्यालय से ही दसवीं की पढ़ाई किए थे और 2001 ई० में उनकी फर्स्ट जोइनिंग नासिक में हुई थी।लेकिन वह अपनी 8 वर्षीया पुत्री आराध्या मिश्रा और 7 वर्षीय पुत्र मयंक कुमार और पत्नी सहित माता-पिता व भाई को छोड़ गए।
ग्रामीण चिकित्सक पिता डॉक्टर दिनेश कुमार मिश्र कहते हैं कि,अपने पोते को भी सेना में भेजूंगा।
बता दें कि,सिक्किम सड़क हादसे में शहीद चंदन कुमार मिश्र का पार्थिव शरीर रविवार को सेना के जवानों द्वारा विशेष वाहन से उनके पैतृक गांव लाया गया।पार्थिव शरीर पर हजारों की भीड़ ने पुष्प अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की और मां भारती के सपूत चंदन अमर रहे के नारे लगाए।
जेसीओ चंदन कुमार मिश्र का पार्थिव शरीर नयागांव उनके आवास पर पहुंचते ही शहीद की माता मंजू देवी और पिता डॉक्टर दिनेश कुमार और उनके छोटे भाई हिमांशु कुमार मिश्र समेत परिजनों और रिश्तेदारों ने अंतिम दर्शन करते हुए चित्कार मार-मार कर रोना शुरु कर दिया।इस दृश्य को देखकर मौजूद लोग भी अपने आपको संभाल नहीं पा रहे थे।सभी की आंखों से पानी टपक रहे थे।
अंतिम संस्कार से पहले जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष,एसडीओ अमन कुमार सुमन,एसडीपीओ मनोज कुमार,परबत्ता थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल, मुखिया संघ के अध्यक्ष बालकृष्ण शर्मा,सियादतपुर अगुआनी पंचायत की मुखिया स्मृति कुमारी,पूर्व जिला परिषद सदस्य शैलेंद्र कुमार शैलेश आदि शहीद के पैतृक गांव पहुंच कर शोक संतप्त परिवार को ढ़ाढस बंधाया।
शहीद जेसीओ चंदन कुमार मिश्र के घर पर ग्रामीणों की भीड़ जुटी थी और हर शख्स शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा था।ग्रामीण राहुल कुमार,दीपक कुमार,बिक्रम कुमार,गौतम कुमार,सौरभ कुमार,सूरजभान,रितेश कुमार,शुभम कुमार,प्रिंस कुमार आदि ने बताया कि, इससे पहले देश के जाबांज कैप्टन आनंद अपने कर्म पथ पर शहीद होकर वीर गति को प्राप्त किया था।
चंदन कुमार मिश्र के साथ घटित घटना पर दु:ख जताते हुए शोकाकुल परिवार को ईश्वर से दुख सहने की शक्ति प्रदान करने को ले दुआ किया।कहा कि,बीते कुछ माह पूर्व ही वह अपने गांव से सिक्किम ड्यूटी पर गए थे।वह जब भी आते थे,तो हम सभी युवाओं से प्रेम व मित्रतापूर्वक अवश्य मिलते थे।भाजपा नेता मिथलेश कुमार,निर्भय मिश्रा,गौतम पोद्दार,अक्षय मिश्रा समेत दर्जनों की संख्या में पुलिस बल और हजारों हजार की संख्या में ग्रामीणों का जमावड़ा शहीद कैप्टन आनंद कुमार के अंतिम दर्शन को उमड़ पड़ा था।
इधर एमएलसी राजीव कुमार ने कहा कि,मेरे गृह क्षेत्र के नयागांव गांव निवासी शहीद वीर सैनिक चंदन कुमार मिश्र की सेना में सेवा के दौरान हुई मृत्यु की घटना बहुत दुःखद है।कहा कि शहीद वीर चंदन कुमार मिश्र की प्रतिमा उनके निधि से जल्द ही लगाई जायेगी।ताकि लोगों के जेहन में सदा जीवित रहें।परबत्ता जदयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने कहा कि,उनका निधन अत्यंत दु:खद, दुर्भाग्यपूर्ण व हृदयविदारक है।यह हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है।राज्य से बाहर होने के कारण वह शामिल नहीं हो पाए।लेकिन फिर भी मेरी ट संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ है।
दूसरी तरफ शहीद चंदन कुमार मिश्र का पार्थिव शरीर जैसे ही अगुवानी पहुंचा,वैसे ही मौके पर मौजूद सियादतपुर अगुआनी पंचायत की मुखिया स्मृति कुमारी भावुक हो रो पड़ी।
बताते चलें कि,आज रविवार को जिलाधिकारी डॉ आलोक रंजन घोष ने सिक्किम में सेना के ट्रक दुर्घटना में 16 जवानों के साथ शहीद हुए परबत्ता के नयागांव के निवासी नायब सूबेदार चंदन कुमार मिश्रा के घर पहुंचकर शहीद के माता पिता,पत्नी एवं परिजनों को सांत्वना दिया।उन्होंने बिहार सरकार की ओर से मृतक अनुग्रह अनुदान के रुप में ग्यारह लाख रुपए का चेक शहीद की पत्नी श्रीमती डॉली देवी मिश्रा को प्रदान किया।