श्रवण आकाश की रिपोर्ट
खगड़िया।कुछ माह पूर्व अवैध रुप से निजी अस्पताल का संचालन किए जाने के आरोप में सील किए गए दो नर्सिंग होम को अनलॉक कर दिए जाने के बाद से अलग-अलग तरह की चर्चाएं हैं।हालांकि कड़े निर्देश के साथ क्लीन चीट मिलने के बाद एक बार फिर से परबत्ता प्रखंड अंतर्गत परबत्ता बाजार के दो निजी अस्पतालों को सुचारु करने की कवायद तेज हो गई है।जानकारी के अनुसार परबत्ता बाजार स्थित तोरण द्वार के अंदर महीनों पहले मां गंगा अस्पताल और अजगैबीनाथ अस्पताल के सील को हटाते हुए अनलॉक कर दिया गया है।संचारी रोग पदाधिकारी डॉक्टर रामनारायण चौधरी, औषधि निरीक्षक दीपक कुमार,सीएचसी प्रभारी डॉ धर्मेंद्र कुमार,बीएचएम सहित अन्य पदाधिकारियों ने दोनों निजी अस्पताल पहुंचकर गुरुवार की संध्या सील किए गए ताले को खोल दिया।संचारी रोग पदाधिकारी डॉक्टर रामनारायण चौधरी ने बताया कि,सिविल सर्जन के निर्देश के आलोक में मां गंगा अस्पताल परबत्ता का विधिवत ताला खोलते हुए इसके संचालक को विधिवत सुपुर्द किया गया है।
साथ ही उन्हें यह निर्देश भी दिया गया है कि,नियम के विरुद्ध उक्त अस्पताल को चलाने पर अगर पकड़े गए,तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।इतना ही नहीं,सील खोलने के बाद अधिकारियों ने अपने सामने संचालक से यह लिखित भी लिया कि,सील किए जाने के समय जो समान अस्पताल में था,वह है अथवा नहीं।संचालक ने लिखित तौर पर दिया कि,उनके सारे सामान इस अस्पताल में मौजूद हैं।संचारी रोग पदाधिकारी ने उन्हें कड़ी हिदायत देते हुए कहा है कि, गैरकानूनी काम किया जाना कानूनन अपराध है।आप कानून को हाथ में लेकर चलने की कोशिश नहीं करें।अस्पताल के संचालन को ले योग्य चिकित्सक की जरुरत होती है।
सीएचसी प्रभारी डॉ धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी के निर्देश पर निजी अस्पतालों को सील किया गया था और उच्चाधिकारी के ही आदेश पर अस्पताल को खोल दिया गया है।बहरहाल,निजी अस्पताल के संचालकों द्वारा विभागीय दिशा-निर्देश का पालन किया जाता है अथवा नहीं,इस पर सबकी निगाह है।