समीर सिंह की रिपोर्ट
सुपौल।बेटी के प्रेम प्रसंग के शक से आजिज माता-पिता द्वारा महज 16वर्षीय नाबालिग को घर से यह कहकर निकाल दिया गया कि,जिससे तुम्हारा प्रेम प्रसंग चल रहा है,उसी से शादी रचा लो और उसी के घर जाकर रहो।घर से बाहर निकाली गई किशोरी न केवल रात भर पड़ोसी महिला के साथ रही, बल्कि सुबह थाने पहुंचकर न्याय की गुहार लगाने लगी।पुलिस उसे न्याय दिला पाती है अथवा नहीं,यह तो देखने वाली बात होगी,लेकिन यह घटना खासे सुर्खियों में है।मामला सुपौल के भीमपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जीवछपुर पंचायत स्थित बेलागंज गांव से जुड़ा है।
पीड़िता का कहना है कि,बीती रात लगभग नौ बजे उसके माता-पिता के साथ-साथ चाचा ने मारपीट करते हुए उसे यह कहकर घर से बाहर निकाल दिया कि,तुम मनोज मुखिया के बेटे से शादी रचाकर उसी के घर में जाकर रहो।नाबालिग के मुताबिक वह रात भर मनोज मुखिया के घर उनकी पत्नी अरुणा देवी के साथ रही और सुबह से भीमपुर थानाध्यक्ष से न्याय की गुहार लगा रही है।पीड़िता के साथ मौजूद अरुणा देवी का कहना था कि,पति और पुत्र की गैर मौजूदगी में रात के लगभग नौ बजे प्रमोद बहरदार,सुबोध बहरदार आदि किशोरी के साथ उसके घर आए और तोड़फोड़ करते हुए मारपीट की घटना को भी अंजाम दिया।
बात अगर नाबालिग के परिजनों की करें,तो परिजनों का कहना है कि,किशोरी के आचरण के कारण वह लोग लगभग ढ़ाई वर्षों से परेशान हैं।वह लड़के द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल के जरिए लगातार उसके संपर्क में रहती है।दोनों के बीच प्रेम प्रसंग का मामला रहने से किशोरी दूसरी जगह शादी के लिए तैयार नहीं हो रही है।इतना ही नहीं, मनोज मुखिया का पुत्र मिथिलेश कुमार भी दूसरी जगह रिश्ता तय होने के बाद भी बार-बार रिश्ता बिगाड़ देता है।इसलिए अब वह लोग आजिज आ गए हैं।अब दोनों साथ-साथ मनोज मुखिया के ही घर रहे।
जबकि किशोरी प्रेम प्रसंग की बातों से इंकार करते हुए कहती है कि,वह नाबालिग है और उक्त लड़के के साथ उसका किसी भी तरह का संबंध नहीं है।अब हकीकत क्या है,यह तो फिलवक्त स्पष्ट रुप से सामने नहीं आ रहा है।
लेकिन सवाल यह उठता है कि,कोई माता पिता किसी नाबालिग पुत्री को आखिर इस प्रकार घर से कैसे निकाल सकता है!
सवाल तो अनगिनत उठ रहे हैं,लेकिन सुलगता सवाल यह है कि,यदि नाबालिग लड़की का किसी नाबालिग लड़के से प्रेम-प्रसंग चल भी रहा है,तो बिना दोनों की सहमति से विवाह कैसे संभव हो सकता है!माना कि, दोनों अगर आपस में शादी करने को राजी हो भी जाते हैं,तो क्या दोनों नाबालिग को कानून शादी करने की इजाजत देगा!बहरहाल, देखना दिलचस्प होगा कि,इस मामले का पुलिस अथवा समाज द्वारा किस तरह समाधान निकाला जाता है!!