खगड़िया।
लोककला द्वारा सामाजिक बदलाव की पहल ‘उमंग’ कार्यक्रम के तहत चार दिवसीय कार्यशाला का उद्धाटन राजमाता माधुरी देवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में कल रविवार को किया गया।राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौधोगिकी संचार परिषद एवं राइट्स कलेक्टिव द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का उद्घाटन पूर्व प्राचार्य डॉ. उमेश कुमार सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता नागेंद्र सिंह त्यागी,डॉ. अमित आंनद, चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार,ई. धर्मेंद्र,एसबी मेमोरियल के निदेशक प्रभाकर प्रभात,संस्था के संरक्षक आशुतोष कुमार, बीएड कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. इंद्रजीत,एएसआई पंकज कुमार आदि ने सयुंक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
मौके पर उपस्थित नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती अर्चना कुमारी ने कहा कि,समेकित प्रयास से समाज में बदलाव संभव है।उन्होंने भारतीय परंपरा, ज्ञान एवं धरोहर को बचाने की अपील की।
सामाजिक कार्यकर्ता नागेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि, सहजता सबसे बड़ी कला है।ज्ञान में जीना और देशज भाव से की जाने वाली अभिव्यक्ति सबसे बड़ी उपलब्धि है।उन्होंने कहा कि,हम देशज ज्ञान की तरफ फिर से वापस लौट रहे हैं।प्रभाकर प्रभात ने लोककला से लोककल्याण की बात कही।थानाध्यक्ष संजीव ने कहा कि, हमें कभी अपने जड़ को नहीं छोड़ना चाहिए।डॉ. उमेश सिंह ने कहा कि,हमने अपनी पौराणिकता को भुला दिया है,जिसे फिर से याद करने की जरुरत है।
बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ. इंद्रजीत ने ‘राइट्स कलेक्टिव’ संस्था के कार्यों की तारीफ की।मौके पर डॉ. अमित आनन्द,आशुतोष कुमार, पंकज कुमार आदि ने भी अपने विचारों को रखा।
स्वागत भाषण ई. धर्मेंद्र, जबकि विषय प्रवेश रवि ने किया।कार्यशाला के दौरान मंच संचालन मनीष एवं धन्यवाद ज्ञापन सुधीर द्वारा किया गया।
मौके पर विज्ञान संचारक,छात्र आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।उल्लेखनीय है कि,कार्यशाला आगामी 18 जनवरी तक संचालित की जाएगी।