मोहम्मद नैयर की रिपोर्ट
खगड़िया।नीतीश सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी न ही शराब के कारोबार पर ग्रहण लग पा रहा है और न ही शराबी शराब पीने से बाज आ रहे हैं।रोज-ब-रोज शराब कारोबारी सहित शराबियों की गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि,अधिकांश लोग शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं।अन्य जगहों की बातों को कुछ देर के लिए दरकिनार कर अगर ताजा मामले की बात करें,तो जिले के बेलदौर थाना क्षेत्र में शुक्रवार को अजब-गजब नजारा देखने को मिला।समाधान यात्रा के क्रम में कल शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का खगड़िया आगमन सुनिश्चित है।विभिन्न थाना की पुलिस सीएम के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में लगी है।
लेकिन मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना की धज्जियां उड़ाते हुए नशे की हालत में एक ई-रिक्शा चालक सड़क के किनारे सोया रहा।लोग पुलिस को सूचना देते तो रहे,तमाशबीन भी बने रहे।स्थिति यह थी कि,शराबी चालक को देख-देखकर ग्रामीण आते-जाते रहे।बावजूद इसके वह जिंदा है या नहीं,यह भी जानने की किसी ने कोशिश नहीं की।यहां तक कि,कोई भी व्यक्ति शराबी को पीएचसी पहुंचाने तक को तैयार नहीं था।यह दृश्य था बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के रोहियामा भैंसाडीह गांव के बीच पीडब्ल्यूडी पथ का।ई-रिक्शा चालक करीब 1 घंटे तक नशे की हालत वहीं पड़ा रहा।
इसी बीच पनसलवा गांव से आ रहे पीएचसी के डॉक्टर बृजेश कुमार की नजर जब उक्त शराबी पर पड़ी,तो उन्होंने मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए एंबुलेंस के लिए फोन किया।लेकिन यह क्या!शराब के नशे में सड़क पर पड़े शराबी के कान तक जैसे ही एम्बुलेंस की बात पहुंची कि,वह उठा और नशे की हालत में ही अपना टोटो लेकर भाग निकला।
हालांकि स्थानीय लोग यह कहते सुने गए कि,बिहार सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी शराबी शराब पीने से अपने आपको रोक नहीं पा रहा है और इधर-उधर लुढ़क जा रहा है।बहरहाल,यह घटना पूरे इलाके में खूब सुर्खियां बटोर रहा है।