सुपौल(विनय वर्मा)।
छातापुर प्रखंड के रामपुर में संचालित पनोरमा पब्लिक स्कूल में ‘नाम बड़े और दर्शन छोटे’ वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।शुक्रवार को कक्षा चार में अध्ययनरत दो बच्चों की शिक्षक ने ऐसी बेरहम पिटाई की कि,देखने वाले भी द्रवित हुए बिना नहीं रह सके।बस्ते के भारी भरकम बोझ से लदे स्कूल से लंगड़ाते घर आए दोनों मासूम के पैरों पर गहरे जख्म के निशान थे।जिसे देख माता गुड़िया देवी के आंखों से आंसू छलक आए,तो पिता मनीष कुमार के चेहरे पर यह पछतावा स्पष्ट झलक रहा था कि,बच्चों के स्कूल फीस के नाम पर भारी भरकम बोझ उठाने के बावजूद ऐसा दंड क्यों!पूरा किस्सा सुनाते हुए पीड़ित बालक आनंद और आशू के पिता ने बताया कि, बच्चे के पैर में गहरे जख्म का निशान है,जो कहीं से भी एक प्रतिष्ठित विद्यालय के मानकों पर खड़ा नहीं उतरता।बताया कि,स्कूल से घर आने के बाद उनका दोनों बेटा दर्द से कराह रहा था।जिसका तत्काल उपचार कराया है।पीड़ित मासूम आनंद और आशू ने बताया कि,नीतीश सर ने एनुअल एग्जाम तक डांस क्लास जाने से मना किया था।लेकिन कुछ गर्ल्स डांस क्लास के लिए बुलाने आ गई।जब हम लोगों ने नीतीश सर द्वारा डांस क्लास में जाने से मना करने की बात कही,तो उनलोगों ने जिद किया।जब हमलोग डांस क्लास पहुंचे,तो म्यूजिक टीचर कुंदन कुमार ने प्लास्टिक के बेंत से मारना शुरु कर दिया।बताया कि,हम लोगों के अलावा कुछ अन्य बच्चों को भी बेंत से पीटा गया।लेकिन हमारी पिटाई अधिक की गई।बताया कि, इससे पूर्व भी उक्त शिक्षक के द्वारा बच्चों के बीच अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया जाता रहा है और इसकी शिकायत प्रबंधन तक पहुंचाई गई है।लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई।स्कूल में मनमानेपन के लिए चर्चित उक्त शिक्षक खुलेआम बच्चों के बीच कहते सुने जाते हैं कि, गार्जियन या प्रिंसिपल उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
(शुक्रवार की पिटाई पर अभिभावकों की आने लगी प्रतिक्रिया तो ग्रुप को किया ऑनली एडमिन)
अभिभावकों ने बताया कि, स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिभावकों से समन्वय के लिए पूर्व से पीपीएस क्लास फोर नाम का वाट्सएप ग्रुप बना है,जिस पर आपस की बातें साझा की जाती रही है।बताया कि,शुक्रवार को ज़ब बच्चों के साथ शिक्षक द्वारा मारपीट की बातें चर्चा में आने लगी और अभिभावकों ने चैट कर मारपीट की वजह जानने का प्रयास किया,तो जवाब देने की जगह प्रबंधन ने ग्रुप को ऑनली एडमिन कर ग्रुप के अन्य सदस्यों से चैट मैसेज करने का अधिकार ही छीन लिया।प्रबंधन के इस व्यवहार से अभिभावकों में गहरा क्षोभ देखा गया।इधर,मामले के संदर्भ में पूछने पर पनोरमा पब्लिक स्कूल के प्राचार्य अरुण झा ने कहा कि,मैं बाहर हूं।
अभिभावकों से शिकायत मिली है।विद्यालय पहुंच कर जानकारी लेता हूं।दोषी शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई होगी।