बेगूसराय(अविनाश सिंह)।
स्वास्थ्य विभाग के एक सेवानिवृत्त कर्मचारी न केवल दबंगई पर उतर आए हैं,बल्कि अपने ही रिश्तेदारों को उनके घर में नजरबंद कर देना चाहते हैं।स्थिति यह है कि,जब-जब रास्ता बंद करने का विरोध किया जाता है,तो स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी खून खराबा पर उतारु हो जाते हैं।यह पूरा मामला बेगूसराय जिले के नगर थाना अंतर्गत स्टेशन रोड स्थित तिलकनगर का है।
तिलकरनगर निवासी स्वर्गीय शारदा प्रसाद की पुत्री और दीपक कुमार श्रीवास्तव की पत्नी मंजू देवी ने बेगूसराय के अनुमंडल पदाधिकारी के नाम आवेदन देकर कहा है कि मौजा मोकीपुर,थाना 348, तौजी नंबर- 3518,खाता नंबर-3 खेसरा-335,रकवा-तीन कट्ठा तीन धुर की जमीन उनके पूर्वज स्वर्गीय बिंदा देवी,पति-स्वर्गीय कुशेश्वर प्रसाद के नाम से है।पीड़िता के मुताबिक वह और फरीकेन उक्त भूमि पर आम सहमति से अपने-अपने हिस्से की जमीन पर घर बनाकर शांतिपूर्ण दखल कब्जा में रहते चले आ रहे हैं।
उक्त जमीन पर आम सहमति से लगभग सात फीट चौड़ा एवं एक सौ फीट लंबा रास्ता दिया गया है।जिसका उपयोग सभी फरीकेन अपने-अपने घर आने-जाने में करते चले आ रहे हैं।
लेकिन फरीकेन सह विपक्षी स्वर्गी़य मदन प्रसाद के पुत्र सुबोध कुमार वर्मा आने-जाने वाले रास्ते के अंतिम छोड़ पर लोहे के ग्रील का गेट लगवाकर रास्ते को अवरुद्ध करने पर अमादा हैं और मना करने पर खून खराबा पर उतारु हो जाते हैं।
पीड़िता मंजू देवी ने अपना वंशावली और नक्शा आवेदन के साथ संलग्न करते हुए एसडीओ से आग्रह किया है कि,स्थलीय जांच कराकर बेगूसराय नगर पालिका के कार्यपालक दंडाधिकारी और नगर थाना को विधिसम्मत निर्देशित किया जाय,ताकि रास्ता अवरुद्ध ना हो सके।इधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मामले को लेकर प्रशासनिक स्तर से अगर त्वरित कार्रवाई नहीं की गई, तो खून खराबे की आशंका से इसलिए इंकार नहीं किया जा सकता है,क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी अपने शागिर्दों के साथ मिलकर रास्ता अवरुद्ध करने की तमाम कोशिश कर रहे हैं।समाज के लोगों द्वारा उनके कार्य का विरोध करने पर वह समाज के लोगों को भी आंख दिखाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
बहरहाल,देखना दिलचस्प होगा कि,प्रशासन पूरे मामले पर कब तक संज्ञान लेते हुए इस विवाद को समाप्त कर पाती है!