खगड़िया(इरशाद अली)।
जिले के गोगरी थाना अंतर्गत वासुदेवपुर पंचायत क्षेत्र में सुबोध यादव के लगभग 45 वर्षीय पुत्र बृजेश यादव को अपराधियों ने गोलीमार मौत की नींद सुला दिया।अपराधियों द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिंग से इलाके में दहशत का माहौल रहा।घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाबत खगड़िया सदर अस्पताल भेज दिया।हालांकि घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।लेकिन कयास लगाया जा रहा है कि,यह घटना वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है।दिन के लगभग 2:30 बजे घटित इस घटना के संदर्भ में बताया जा रहा है कि,बृजेश यादव अपने घर से निकल कर पास में ही हो रहे यज्ञ में शामिल होने जा रहे थे।तभी पूर्व से घात लगाए बैठे पांच-छह अपराधियों ने उन्हें गोलियों से भून दिया।बताया जा रहा है कि,वह प्रतिदिन यज्ञ में जाते थे।आज भी अपनी पत्नी के साथ जब वह घर से निकल कर यज्ञ में शामिल होने जा रहे थे।उसी दरम्यान अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग करते हुए उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे गोगरी के प्रभारी थाना अध्यक्ष रंजीत कुमार और महेशखूंट थाना अध्य्क्ष नीरज कुमार ने शव को पोस्टमार्टम के लिए खगड़िया सदर भेजते हुए मामले की पड़ताल शुरु कर दी है।घटना की जानकारी जैसे ही गांव के लोगो को मिली,इलाके में मातमी सन्नाटा पसर गया।लोग अपनी-अपनी दुकानों को बंद कर घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग शुरु कर दी।गोगरी डीसपी मनोज कुमार ने बताया कि,मामले की जांच की जा रही है।जांच के बाद आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल,पत्नी द्वारा दिए गए बयान के आधार पर मुशो यादव के 35वर्षीय पुत्र विवेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है।जिस आरोपी की गिरफ्तारी हुई है,वह तीन-चार दिन पहले ही जेल से छूटकर बाहर आया है।घटना के बाद से इलाके में पुलिस कैम्प कर रही है।इधर,स्थानीय लोगों का कहना हे कि,शिशवा निवासी बृजेश यादव मिलनसार और शांत स्वभाव के थे।वैसे वह बाहुबली भी कहे जाते थे और गांव के ही एक गुट से उनकी अदावत चल रही थी।
कुछ पत्रकारों का कहना हुआ कि, गोगरी थाना में डीएसपी से बाइट लेने की कोशिश की गई,लेकिन डीएसपी मनोज कुमार ने मना कर दिया।