गौरव सिन्हा
भारत सरकार द्वारा नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित ‘आपदा जोखिम’ न्यूनीकरण के लिए राष्ट्रीय मंच के तीसरे सत्र में ‘बदलती जलवायु में स्थानीय प्रतिरोधी क्षमता का निर्माण’विषय पर खगड़िया जिले में बाढ़ एवं आपदा विषय खगड़िया जिले में बाढ़ एवं आपदा प्रबंधन के संबंध में किए गए कार्यों की जानकारी पीपीटी के माध्यम से जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष द्वारा उपस्थित प्रतिभागियों को दी गई।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के गृह मंत्री अमित शाह भी उपस्थित थे।जिलाधिकारी ने जिले में बाढ़ एवं आपदा से निपटने के लिए कार्यों को विस्तार से बताते हुए बाढ़ पूर्व,बाढ़ के दौरान एवं बाढ़ पश्चात किए जाने वाले विभिन्न कार्यों की जानकारी दी।
यह जिले सहित पूरे बिहार राज्य के लिए गर्व का विषय था कि,जिलाधिकारी को इस कार्यक्रम में अपनी बात रखने का मौका दिया गया।उन्हें सम्मान स्वरुप हरित प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया एवं मुंबई के समुद्र तट पर 50 मैंग्रोव वृक्ष लगाने का अवसर प्राप्त होगा।इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी को अपर समाहर्ता,उप विकास आयुक्त समेत तमाम प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने बधाई दी है।
बता दें कि,आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान यह कार्यक्रम जी-20 समूह की बैठक की तैयारियों के संबंध में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों का खाका खींचने के लिए रखा गया था।