एसडीएफ न्यूज ब्यूरो
खगड़िया।समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय एवं पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में आसन्न ईदुल-फितर/ईद
त्योहार शांतिपूर्ण एवं सौहार्द्र के साथ मनाए जाने को लेकर जिलास्तरीय शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया।जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित शांति समिति के सदस्यों को बताया गया कि 22 और 23 अप्रैल को ईदुल फितर त्यौहार मनाए जाने की सूचना प्राप्त हुई है।रमजान माह का अंतिम जुम्मा 21 अप्रैल को है।ऐसी स्थिति में पूरी सतर्कता एवं सजगता के साथ आपसी भाईचारे एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में इन त्यौहारों को मनाने के लिए शांति समिति की बैठक रखी गई है।खगड़िया एवं गोगरी के अनुमंडल पदाधिकारियों द्वारा ईदुल-फितर के संबंध में की गई तैयारियों का ब्योरा प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि सभी थानों एवं अनुमंडल में शांति समिति की बैठक संपन्न तो कर ली ही गई है,धारा 107एवं 116 के तहत भी निरोधात्मक कार्रवाईयां की गई है।इस पर्व के दौरान डीजे का प्रयोग नहीं होता है और सभी संवेदनशील स्थलों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बल को प्रतिनियुक्त करने की योजना है।शांतिपूर्ण माहौल में ईद मनाया जाता रहा है।ईद की पूर्व संध्या पर बाजार में भीड़ के मद्देनजर सघन पुलिस गस्ती की जाएगी एवं भीड़ भाड़ वाले ईदगाहों के आस-पास ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा।इस अवसर पर विभिन्न थानों से आए हुए जिला शांति समिति के गणमान्य सदस्यों यथा मोहम्मद शहाबुद्दीन,सुमित कुमार,मोहममद रुस्तम अली,रणवीर कुमार,सुनील कुमार आदि ने अनुमंडल एवं थानावार अपने विचार एवं सुझाव रखे तथा प्रशासन को आश्वस्त किया कि त्योहार को हर्षोल्लास के साथ गंगा जमुनी तहजीब को ध्यान में रखते हुए मनाया जाएगा।
उन्होंने उपस्थित सदस्यों व पदाधिकारियों को माहे रमजान की दिली मुबारकबाद दी एवं जिलाधिकारी का खैर मकदम भी किया।सदस्यों ने आश्वस्त किया कि किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक तनाव नहीं होगा और लोग राजी खुशी से त्यौहार मनाएंगे।उन्होंने कहा कि ईद के दिन सुबह 6:00 से 7:30 के बीच नमाज अता की जाएगी।ईद के दिन किसी भी प्रकार के तनाव की घटना होने का इतिहास जिले में नहीं रहा है।शांतिपूर्ण ढंग से ईद मनाया जाएगा।सदस्यों ने कहा कि हम सब एक हैं।एक दूसरे के घर जाकर गले मिलते हैं और सेवइयां खाते हैं।शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए प्रशासन भी चौकस रहती है।शांति समिति के सदस्यों ने विभिन्न सुझाव भी प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत किये,जिस पर अमल करने का जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन देते हुए संबंधित थानाध्यक्षों को विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा संवेदनशील स्थानों के चिन्हीकरण को नकारात्मक ढंग से नहीं लेना है।संवेदनशीलता मात्र इसी अर्थ में है कि हम सभी सचेत रहें। उन्होंने ट्रेफिक डायवर्शन को लागू करने का निर्देश देते हुए अलविदा की नमाज में भीड़ प्रबंधन करने एवं गाड़ियों के परिचालन को नियंत्रित करने का निर्देश दिया।सोशल मीडिया पर युवा वर्ग को आपत्तिजनक मैसेज एवं वीडियो के संप्रेषण के साथ अफवाह न फैलाने देने का निर्देश भी दिया।उन्होंने युवाओं को इस संबंध में जागरुक करने की सलाह दी।जिलाधिकारी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि विचार विमर्श के दौरान जो बातें सामने आई हैं,उन्हें जन-जन तक पहुंचाना है।त्यौहार शांति और अमन से मनाई जाए, इसका ध्यान रखना है।निरोधात्मक गतिविधियों के तहत विभिन्न त्योहारों के दौरान अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को जिलाबदर करने के लिए थाना प्रभारियों को डेटाबेस बनाने का भी निर्देश उन्होंने दिया।उन्होंने कहा कि आने वाले त्यौहार शांतिपूर्वक निकलेंगे,इसकी पूरी उम्मीद है और इसमें सबका सहयोग भी मिलेगा।
बैठक में उप विकास आयुक्त संतोष कुमार,खगड़िया के अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग,गोगरी के अनुमंडल पदाधिकारी अमन कुमार सुमन,सिविल सर्जन डॉक्टर अमिताभ सिन्हा,खगड़िया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सुमित कुमार,गोगरी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार,अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी,सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी,अंचलाधिकारी,थाना प्रभारी एवं शांति समिति के सदस्य,राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।