इरशाद अली/खगड़िया ब्यूरो
खगड़िया।शहर के थाना रोड स्थित जामा मस्जिद,मुर्गियाचक, इस्लामपुर एवं कुतुबपुर सहित कई जगहों की मस्जिदों में मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा सामूहिक रुप से नमाज अदा करने के साथ ईद- उल-अजहा (बकरीद)त्योहार शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया।जामा मस्जिद में नमाज अदा करने के उपरांत इमाम मौलाना इस्लाम सहित मुस्लिम समुदाय के लोगों से मिलकर सदर की पूर्व विधायक पूनम देवी यादव तथा जदयू के जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने बकरीद का मुबारकबाद दिया और शांति – सौहार्द के साथ पर्व मनाने की अपील की।
पूर्व विधायक पूनम देवी यादव ने कहा कि बकरीद पर्व प्रेम, भाईचारे तथा त्याग के महत्व को दर्शाता है।आज के दिन इंसान अपने अंदर की पशुवृत्ति अर्थात बुराइयों की कुर्बानी देकर समाज और अपने मुल्क में शांति-सौहार्द के साथ जीवन जीने का उदाहरण प्रस्तुत किए हैं।मुल्क के बरक्कत के लिए ऐसी भावनाएं इंसानों में सदैव रहनी चाहिए।जदयू के जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने कहा कि बकरीद पर्व हमें अपनी सुख सुविधाओं को त्याग कर निरीह व बेसहारों की सेवा और सहायता करने की सीख देता है।यह पर्व वैश्विक मानवीय समता-समानता का संगम है।ऐसे पवित्र-पाक त्योहार के अवसर पर वैसा कुछ भी नहीं किया जाना चाहिए, जिससे सामाजिक भावनाओं को ठेस पहुंचे।
वहीं इमाम मौलाना इस्लाम ने बकरीद पर्व की महत्ता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि पैगम्बर मोहम्मद हजरत इब्राहीम अपने सबसे प्यारे इकलौता बेटे इस्माइल को अल्लाह की बंदगी में न्योछावर करने की बात कबूल कर कुर्बानी देने को राजी हो गए थे।उसी दिन से कुर्बानी देने की परंपरा चली आ रही है।आज का दिन पूरे मुल्क भर में मुस्लिम भाईयों के लिए खुशी और मुबारक का दिन है।आज अल्लाह को खुशी और राजी करने के लिए कुर्बानी कर के सुन्नत को जिन्दा करते हैं।कुर्बानी देने की परंपरा को सदैव याद करते जाएंगे।उन्होंने कहा कि हम अल्लाह से दरखास्त करते हैं कि हमारे मुल्क के अंदर रहने वाले नागरिक मुहब्बत के साथ जिंदगी गुजारें।साथ ही उन्होंने परदे में कुर्बानी अदा करने की अपील की,ताकि देश के अंदर अमन चैन का फिजां खराब ना हो।मौके पर जदयू नेता मोहम्मद शहाव उद्दीन,मोहम्मद रुस्तम अली,अब्दुल गनी,राजद नेता नीरज यादव,सुनील यादव, राजा चौधरी,मोबम्मद इसराफिल,मोहम्मद हारूण रसीद,मोहम्मद नसीम,मोहम्मद कैसर,मोबम्मद इरफान, मोहम्मद पप्पू खां,मोहम्मद इलियास, मोहम्मद शाजिद,मोहम्मद शाबिर आलम,मोहम्मद पिंकू,मोहम्मद चांद एवं मोहम्मद डब्लू आदि सहित सैकडों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे।