इरशाद अली/खगड़िया ब्यूरो
भाजपा द्वारा जारी केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची में बिहार से सिर्फ एक नाम का होने से भाजपा बिहार के नेताओं की अहमियत का स्वत:अंदाजा लगाया जा सकता है।उक्त बातें जदयू के खगड़िया जिला अध्यक्ष बबलू कुमार मंडल ने जदयूु कार्यालय में आज मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही।भाजपा द्वारा जारी केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची में बिहार से सिर्फ एक नाम होने पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की नई टीम में जिस तरह से बिहार की जमकर उपेक्षा की गयी है, उससे साफ पता चलता है केंद्रीय नेतृत्व बिहार भाजपा के नेताओं को नेतृत्व करने लायक नहीं समझा जाता है।इससे यह भी पता चलता है कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार से वोट मिलने की उम्मीद भी छोड़ दी है और वो मान चुके हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार में भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा की नई टीम में उत्तर प्रदेश को बिहार की तुलना70 %अधिक महत्व दिया गया है।यूपी से जहां 8 लोगों को जगह दी गयी है,वहीं बिहार से महज एक व्यक्ति को स्थान दिया गया है।उसमें भी बिहार से किसी को महमंत्री या उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नहीं रखा गया है।वहीं उत्तरप्रदेश से 3 उपाध्यक्ष, 2 महामंत्री,1 सचिव तथा 1 कोषाध्यक्ष बनाया गया है।साथ ही राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद भी उत्तरप्रदेश को मिला है और बिहार भाजपा के नेताओं को ठेंगा दिखाया गया है।जिलाध्यक्ष ने कहा कि नई टीम की घोषणा के बाद केंद्रीय मंत्रीमंडल विस्तार की बात भी हवा में तैर रही है।उसमें भी इस बात की प्रबल संभावना है कि बिहार के कई मंत्रियों के पद छीने जा सकते हैं।इससे पता चलता है कि बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष बिहार के भाजपा नेताओं का महत्त्व तब तक ही था,जब तक इनकी पार्टी जदयू के साथ थी।अलग होने के बाद अब उन्हें कौड़ी भर भी भाव नहीं मिल रहा है।
श्री मंडल ने कहा कि वास्तव में भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व बिहार भाजपा की गुटबाजी से पूरी तरह से आजिज आ चुका है और वो जान चुके हैं कि बिहार भाजपा दल नहीं,बल्कि दलदल है।उन्हें पता चल चुका है कि इनके संगठन के भीतर हर बड़े नेता ने अपना एक अलग संगठन बनाया रखा है।भाजपा केंद्रीय नेतृत्व यह भी जान चुका है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जाएंगे, बिहार भाजपा के नेताओं का मनभेद बढ़ता जाएगा।
जदयू के जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने कहा कि भाजपा की नई राष्ट्रीय टीम में बिहार भाजपा नेताओं में से किसी पिछड़े-अतिपिड़े,दलित- महादलित व अल्पसंख्यक वर्ग को स्थान नहीं मिला है,जो भाजपा के दलित,महादलित, पिछड़ा-अतिपिछड़ा व अल्पसंख्यक समुदाय के घोर विरोधी होने का स्पष्ट परिचायक है।इन वर्गों के धूर विरोधी होने का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है।उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दलितों और पिछड़ों के लिए बीजेपी के मन में कोई सम्मान नहीं है।
पार्टी प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने राज्य में बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजना बंद करा दी।पिछड़ी जाति के बच्चों के लिए कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक की छात्रवृत्ति को भी केंद्रीय बीजेपी सरकार ने बंद करा दिया है।प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश जदयू राजनीतिक सलाहकार समिति के सदस्य अजय मंडल,जदयू के जिला उपाध्यक्ष उमेश सिंह पटेल,राजीव कुमार उर्फ राजू गुप्ता,सुनील कुमार सिंह ,निर्मला कुमारी, कोषाध्यक्ष संदीप केडिया,सुभाष चन्द्र जोशी ,जिला महासचिव अनुज कुमार शर्मा,मानसी प्रखण्ड अध्यक्ष राजनीति प्रसाद सिंह,सेवा दल के निर्वर्तमान जिला अध्यक्ष पंकज चौधरी, जयप्रकाश मौर्य एवं राजीव ठाकुर उपस्थित थे।