खगड़िया(गौरव सिन्हा)।
वर्तमान समय में किसानों की कोई सुनने वाला नहीं है।अन्नदाताओं की समस्याओं से ना तो जनप्रतिनिधि को कोई मतलब है और न ही अधिकारियों को कोई सरोकार है।खाद की कालाबाजारी खुलकर हो रही है।किसान खाद के लिए बिलबिला रहे हैं।सरकारी कीमत से अधिक रुपए देकर किसान खाद खरीदने को मजबूर हैं।बावजूद इसके, शासन-प्रशासन कुम्भकर्णी निद्रा में सोई हुई है।उक्त बातें जन अधिकार युवा परिषद के जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।उन्होंने कहा कि,आज तक नेताओं ने सिर्फ वोट लेने के लिए अन्नदाता कहलाने वाले किसानों का उपयोग किया है।खेती करने वाले किसानों को ही रही परेशानियों से किन्हीं को कोई मतलब नहीं रह गया है।एक तरफ महीनों से किसान खाद के लिए परेशान हैं,तो वहीं दूसरी तरफ विभागीय पदाधिकारियों की मिलीभगत से खाद व्यवसायी खुलेआम खाद की कालाबाजारी करने में लगे हुए हैं।उन्होंने कहा कि, दु:ख तो इस बात की है कि, चुनाव के समय जाति व धर्म का पाठ पढ़ाकर भोले-भाले किसानों को दिग्भ्रमित कर वोट बटोरने वाले विधायक /सांसद की कुर्सी पर काबिज तो हो गए,लेकिन आज के समय में किसानों का दु:ख-दर्द किन्हीं को दिखाई नहीं रहा है।उन्होंने कहा कि,राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा लगातार मीडिया के माध्यम से किसानों के हित का झूठा प्रचार-प्रसार किया जाता है।लेकिन,सच्चाई तो यह है कि, किसानों को मिलने वाला सरकारी लाभ सीधा विभागीय अधिकारी और बिचौलिए के जेबों में पहुंच जाता है।स्थिति यह है कि,सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ दस प्रतिशत किसान को भी नहीं मिल पाता है।उन्होंने कहा है कि,हर साल खाद-बीज की कीमत में बेशुमार बढ़ोत्तरी की जा रही है।अधिकारी और पूंजीपतियों की मिलीभगत से इस साल भी खाद-बीज की कीमत बढ़ाकर किसानों का शोषण किया गया है।यूरिया की कालाबाजारी के कारण किसानों की फसल चौपट होने के कगार पर है।जिलाध्यक्ष ने जिलाधिकारी से सभी किसानों को उचित कीमत पर यूरिया सहित अन्य खाद उपलब्ध कराने की मांग करते हुए कहा कि,यदि जिलाधिकारी पहल नहीं करेंगे,तो जन अधिकार पार्टी किसान के साथ हो रहे अन्याय पर चुप नहीं बैठेगी।उन्होंने स्पष्ट कहा कि, यदि किसानों की समस्याओं का निदान नहीं हुआ,तो 13 जनवरी को जन अधिकार पार्टी (लो.)द्वारा ना केवल जिला मुख्यालय के समक्ष मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाएगा,बल्कि चरणबद्ध आंदोलन का भी शंखनाद कर दिया जाएगा।।