*बेपरवाही सभी पर पड़ रही है भारी,खगड़िया नगर परिषद और परबत्ता में लगातार बढ़ रही है संक्रमितों की संख्या, जिले में सक्रिय संक्रमितों की संख्या पहुंची 15सौ के पार, डीएम डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने मौजूदा हालात को ले की स्थिति की समीक्षा,कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी किया जारी*
तमाम सख्ती के बाद भी संक्रमितों की बढ़ती संख्या ने सरकार को पेशोपेश में डाल रखा है।भयावह होती जा रही स्थिति के बाद भी सामाजिक दूरी का पालन करने से लोग गुरेज तो कर ही रहे हैं,मास्क लगाना भी शायद गुनाह समझ रहे हैं।बात अगर खगड़िया की करें,तो जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष के द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखते हुए सख्त आदेश जारी किए जा रहे हैं। इस बीच मिल रही जानकारी के अनुसार आज बुधवार अर्थात 28 अप्रैल को समाहरणालय सभाकक्ष में अपराह्न 1:00 बजे से जिलाधिकारी डॉ० आलोक रंजन घोष ने बैठक कर कोरोना के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने के बाबत निर्मित कंटेनमेंट जोनों की समीक्षा की है।सभी अनुमंडल पदाधिकारी,प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारियों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के नाम आवश्यक दिशा- निर्देश जारी करते हुए जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित लोगों को कोरोना के सक्रिय मामलों से अवगत कराया है।डीएम ने बताया है कि फिलवक्त खगड़िया जिले में कोरोना के 1500 से ज्यादा सक्रिय मामले हैं।उन्होंने कहा है कि जिले से अनुमंडलों को भेजे जा रहे आंकड़ों को फिल्टर करके सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को ससमय भेजा जाना आवश्यक है, ताकि कंटेनमेंट जोन को तार्किक आधार पर बनाया जा सके।डीएम के मुताबिक पूर्व में इस वर्ष माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा था।लेकिन अब उसे समाप्त कर पुनः बीते वर्ष की भांति कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है।इतना ही नहीं,उससे संबंधित सरकारी दिशा निर्देशों का पालन किया जाना है। ****************************************************
जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने बताया है कि कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह होती जा रही है। नगर परिषद खगड़िया और परबत्ता में विशेष रुप से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है।इसे देखते हुए न केवल सभी को अलर्ट मोड में रहना है बल्कि कार्य भी करना है।यदि एक गांव में कई मामले हों,तो पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन बनाते हुए सील किया जा सकता है।डीएम ने यह भी कहा कि बांस-बल्ले से घेराबंदी करते ही लोग सावधान होकर परहेज करने लगते हैं।जिलाधिकारी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि न तो बहुत ज्यादा कंटेनमेंट जोन बनने हैं और न ही कम।आवश्यकता अनुसार सोच समझकर व्यवहारिक कंटेनमेंट जोन बनाना है।डीएम ने अति महत्वपूर्ण आदेश जारी करते हुए कहा कि एक-एक संक्रमित व्यक्ति के साथ आशा वर्कर और एएनएम संबद्ध किए जाए,जो पूरी तरह से सचेत रहकर कार्य करें। उनको संक्रमितों का तापमान, पल्स,ऑक्सीजन स्तर इत्यादि आंकड़ा भरने के लिए एक रजिस्टर भी दिया जाए।सभी आशा फैसिलिटेटर को इस संबंध में प्रशिक्षण आवेदन दिया जाए। ***************************************************
जिलाधिकारी ने संक्रमित व्यक्तियों के ऑक्सीजन स्तर की नियमित जांच को जरुर मानते हुए कहा कि यदि ऑक्सीजन स्तर कम होने पर मरीजों को कोविड केयर सेंटर या डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती कराई जाए,तो उनके संक्रमणमुक्त एवं स्वस्थ होने की संभावना बढ़ जाती है।नियमित जांच से यह पता चल जाएगा कि संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल में कब भर्ती कराने की जरुरत है।संक्रमितों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल किट उपलब्ध कराने की जरुरत पर बल देते हुए जिलाधिकारी ने सभी प्रखंडों में एक प्रभारी पदाधिकारी बनाने का भी निर्देश जारी किया और कहा कि इन प्रभारी पदाधिकारियों के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी,अंचल अधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एक टीम के रुप में काम करते हुए अपने-अपने प्रखंड में कंटेनमेंट जोन के निर्माण,वहां की जाने वाली आवश्यक व्यवस्थाओं का अनुश्रवण करेंगे। ****************************************************
डीएम के मुताबिक अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने अनुमंडल में कंटेनमेंट जोनों में मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति करेंगे।सभी थानों की गश्ती गाड़ी अपने क्षेत्र स्थित कंटेनमेंट जोनों का सुबह-शाम भ्रमण करेगी एवं सरकारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएगी। ****************************************************
जिलाधिकारी ने सभी संबंधितों को स्थानीय भाषा में आस-पास के कंटेनमेंट जोन के कोरोना संक्रमितों की संख्या बताते हुए माईकिंग कराने का निर्देश दिया,ताकि लोग इस बात को ले सचेत हो सकें कि उनके इर्द-गिर्द कोरोना संक्रमण फैल चुका है।इसलिए सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मास्क पहनने,सामाजिक दूरी का पालन करने,साबुन से लगातार हाथ धोते रहने , भीड़-भाड़ में न जाने तथा लक्षण दिखने पर जांच कराने जैसी सावधानियां बरतनी आवश्यक है।साथ ही नंबर आने पर टीकाकरण कराना भी अत्यावश्यक है।डीएम ने स्पष्ट कहा कि कोविड संबंधित व्ययों की साप्ताहिक समीक्षा एक समिति द्वारा की जाएगी।उचित व्ययों का अनुमोदन इस समिति द्वारा किया जाएगा।यह समिति सिविल सर्जन के नेतृत्व में काम करेगी एवं उनकी सहायता करेगी।बैठक में अपर समाहर्ता,जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी,सिविल सर्जन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी,जिला कल्याण पदाधिकारी,दोनों अनुमंडल पदाधिकारी,सभी वरीय उप समाहर्ता,सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी,सभी अंचल अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी भी मौजूद थे। ****************************************************
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