जिस उम्र के बच्चे सलीके से अपने पांव पर खड़े भी नहीं हो सकते,उस उम्र के बच्चे खेल प्रतियोगिता में न केवल अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर रहे गद्गद हो रहे थे,बल्कि एक दूसरे से जीतने की हर संभव कोशिश भी कर रहे थे।खगड़िया जिला मुख्यालय स्थित किड्जी प्रीस्कूल में आयोजित वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान इस तरह का नजारा देखकर लोगों के मुंह से यह निकल जा रहा था कि,खेल-खेल में भी बच्चों को शिक्षा व संस्कार से लबरेज किया जा सकता है।कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन करने वाले मुख्य अतिथि वार्ड नंबर 20 के वार्ड कमिश्नर विजय यादव भी छोटे- छोटे बच्चों का मनोरंजक खेल देखकर प्रफ्फुल्लित नजर आ रहे थे।किड्जी प्रीस्कूल के बच्चों को मैडल देकर प्रोत्साहित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दे रहे थे।वार्ड पार्षद विजय यादव का कहना था कि,किड्जी स्कूल इंडिया का नंबर वन प्रीस्कूल है।इतना ही नहीं,इसके स्पोर्ट्स इवेंट भी अच्छे होते हैं।किड्जी स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती पुष्पा कुमारी ने बच्चों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए इस तरह के खेल प्रतियोगिता का आयोजन हर तीन महीने पर किया जाता है।इस तरह के खेल से बच्चों के अंदर एक अलग तरह का आत्मविश्वास पैदा होता है।उन्होंने अभिभावकों से कहा कि इस तरह का खेल बच्चों के लिए पढ़ाई जितना ही जरुरी है।प्रतियोगिता के दौरान बच्चों ने पजल गेम,रन गेम,बैलून गेम,बकेट गेम और जंप गेम में हिस्सा लिया।गेम खेलकर उत्साहित दिख रहे बच्चे अपने टीचर से पूछ रहे थे कि,इस तरह का गेम अब फिर कब होगा? इधर स्कूल के प्रबंध निदेशक प्रद्युम्न कुमार ने कहा कि बच्चों के लिए इस तरह का खेल इसलिए आयोजित किया जाता है ताकि,वह जीवन के उतार-चढ़ाव को तो समझ ही सकें,जीतने के लिए हमेशा मेहनत करते रहें।मौके पर रजनीश तिवारी,बबली कुमारी,सेंटर हेड शालिनी वर्मा,स्कूल के बच्चे व अभिभावकों की मौजूदगी दिखी।
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