* राजेश सिन्हा
यास चक्रवात से बिहार में कितना नुकसान होगा,यह कहना तो फिलवक्त मुश्किल है।लेकिन ‘यास’ के कारण होने वाले नुकसान को लेकर हर कोई सहमे-सहमे नजर आ रहे हैं।हालांकि राज्य सरकार के आदेश पर बिहार के तमाम जिलों में यास चक्रवात से निपटने के लिए प्रशासनिक तौर पर कमर कस लिया गया है।
आज बुधवार अर्थात 26मई को बिहार के मुखिया नीतीश कुमार द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार के सभी जिलाधिकारियों को चक्रवाती तूफान यास को लेकर सतर्क रहने एवं इससे उत्पन्न होने वाले खतरों से निपटने की पूरी तैयारी करने का निर्देश दिया गया है।
सीएम द्वारा जारी निर्देश का अनुपालन कराने के बावत जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने खगड़िया व गोगरी के अनुमंडल पदाधिकारियों सहित सभी अंचल अधिकारियों,विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता,जिला कृषि पदाधिकारी,जिला सांख्यिकी पदाधिकारी,नगर परिषद खगड़िया व नगर पंचायत गोगरी के कार्यपालक पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की है एवं सभी को सतत क्षेत्र में रहने एवं सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
यह बताना जरुरी है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा यास को लेकर चेतावनी जारी की गई है।मौसम विभाग के द्वारा कहा गया है कि यास चक्रवात का असर बिहार में भी 27 मई से 30 मई के बीच दिख सकता है।इस चक्रवात के प्रभाव से आंधी-तूफान,तेज हवा,वज्रपात एवं मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।पेड़ गिरने,बिजली आपूर्ति बाधित रहने,गृहक्षति, फसलक्षति व जलजमाव की घटना भी घटित हो सकती है। मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी और सीएम के निर्देश पर जिलाधिकारी ने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि चक्रवात से उत्पन्न संभावित खतरों के बारे में आम जनता के बीच माइकिंग कराएं।उन्हें अपने-अपने घरों में रहने की सलाह भी दी जाए।डीएम के आदेश पर अंचल अधिकारियों द्वारा सभी अंचलों में माइकिंग कराकर लोगों से इस संबंध में अपील की गई है।
आपदा प्रबंधन शाखा, खगड़िया द्वारा भी सभी संबंधितों को पत्र निर्गत कर सतर्कता के साथ तैयार रहने का निर्देश दिया गया है,ताकि किसी भी प्रकार के जान-माल की क्षति,गृहक्षति,फसलक्षति इत्यादि का आकलन कर तुरंत जिला को प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जा सके।इसके आलोक में मुआवजे की प्रक्रिया अविलंब अपनाया जाना तय है।कहा गया है कि किसी भी क्षति की सूचना प्राप्त होने पर इसका आकलन कर अंचल अधिकारी डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को अविलंब रिपोर्ट करेंगे।संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता अथवा जिला पदाधिकारी को भी इस संबंध में सूचित कर सकते हैं। डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पूर्ण रुप से सक्रिय है।
इधर चक्रवात से निपटने को ले एसडीआरएफ की टीम को पूरी तैयारी से रहने का निर्देश दिया गया है।तैयारी के क्रम में एसडीआरएफ टीम द्वारा आज 26 मई को मॉक ड्रिल किया गया और किसी भी परिस्थिति से निपटने की पूर्ण तैयारी की गई।
दूसरी तरफ ग्रामीण इलाकों में कोविड के सैंपलिंग एवं टीकाकरण का अभियान, खासकर बाढ़ प्रवण पंचायतों में पूरी गति के साथ चलाए जाने की सूचना है। 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण को ले टीका एक्सप्रेस भी पूरी गति से दौड़ रही है।इस क्रम में जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन एवं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को निर्देशित किया है कि टेस्टिंग एवं टीकाकरण की टीम चक्रवात सक्रिय रहने के दौरान नदी पार के पंचायतों में ना जाएं।
जिलाधिकारी ने कोविड केयर सेंटर एवं डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में चक्रवात के मद्येनजर विद्युत आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होने की स्थिति से निपटने के लिए जनरेटर से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का भी निर्देश जारी किया गया है,ताकि इनमें भर्ती मरीजों की चिकित्सा में कोई बाधा उत्पन्न न हो और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर निर्बाध रुप से काम कर सकें।
जिलाधिकारी ने सामुदायिक रसोई को भी चक्रवात के दौरान चालू रखने का निर्देश दिया है,ताकि जरुरतमंदों को कोई कठिनाई न हो।सामुदायिक रसोई में बच्चों को दूध भी दिया जा रहा है।
डीएम आलोक रंजन घोष ने कहा कि चक्रवाती तूफान से घबराने की जरुरत नहीं है।अफवाहों से बचते हुए सभी के द्वारा सतर्कता बरतना बेहद जरुरी है।कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि यास चक्रवात से उत्पन्न संभावित खतरों को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है।डीएम के नेतृत्व में पूरी टीम इसकी सतत निगरानी कर रही है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा मुकम्मल तैयारियां पूरी कर ली गई है।