राजेश सिन्हा
कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के संभावित खतरे के मद्देनजर प्रशासनिक सक्रियता बढ़ती जा रही है और शासन-प्रशासन द्वारा समीक्षात्मक बैठक कर संभावित खतरे से निपटने के उपाय ढ़ूढ़े जा रहे हैं।इसी कड़ी में आज सोमवार अर्थात 29 नवम्बर को बिहार सरकार के मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की एक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष सहित सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया।
मुख्य सचिव ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के संभावित खतरे को देखते हुए सभी जिलाधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने और संक्रमण से बचाव को लेकर पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया है।उन्होंने निर्देशित किया कि, विदेशों से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखी जाए।उनकी कोरोना जांच अनिवार्य रुप से कराई जाए और नए कोरोना वैरिएंट ओमीक्रोन के टेस्टिंग के संबंध में विशेष सतर्कता बरती जाए।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कोविड-19 टेस्टिंग और टीकाकरण की समीक्षा करते हुए सभी जिलाधिकारियों को इन्हें बढ़ाते हुए संतृप्त करने का निर्देश दिया गया।उन्होंने बताया कि ओमीक्रोन वैरिएंट ज्यादा घातक है।इसलिए लापरवाही ना बरती जाए। इतना ही नहीं,रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों पर बाहर से लौटने वाली यात्रियों की टेस्टिंग फिर से कराई जाए।उन्होंने कहा कि,कोविड टीका की दोनों खुराक लिए हुए व्यक्तियों पर ओमीक्रोन वैरिएंट का असर कम पड़ता है। अतः सभी लाभुकों को टीके की दोनों खुराक देना सुनिश्चित किया जाए।