राजेश सिन्हा
कोरोना महामारी के कारण मौत के आगोश में समा चुके इंसानों की भरपाई तो कतई संभव नहीं है,लेकिन मौत की नींद सो चुके लोगों के आश्रितों को आज जिंदगी जीने के लिए संबल जरुर प्रदान कर दिया गया है।अद्यतन उपलब्ध सुचानुसार खगड़िया जिले के कुल 65 लोगों की मौत कोविड संक्रमण के कारण हुई है। 65लोगों में कुछ की मृत्यु खगड़िया जिले में हुई है, जबकि शेष की अन्य जिलों में हुई है।असमय मौत के शिकार हुए इन 65 लोगों में 38 पुरुष शामिल हैं।
जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष के निर्देशानुसार सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा द्वारा मृत पुरुषों की विधवाओं को विधवा पेंशन की स्वीकृति प्रदान की जा रही है।
सामाजिक सुरक्षा कोषांग के प्रभारी उपनिदेशक सह वरीय उप समाहर्ता टेशलाल सिंह ने बताया कि जिले में कोविड से असामयिक मौत के शिकार हुए 38 पुरुषों की विधवाओं में से 32 विधवाओं को विधवा पेंशन संस्वीकृत किया जा चुका है।शेष 6 विधवाओं को विधवा पेंशन देने की स्वीकृति प्रक्रियाधीन है।
बताया जा रहा है कि अलौली प्रखंड में 4,खगड़िया में 2, मानसी में 3, चौथम में 3, बेलदौर में 8, गोगरी में 9 एवं परबत्ता में 3 विधवाओं को विधवा पेंशन की स्वीकृति दी गई है।
अलौली में मीरा देवी, गीता देवी व राधा देवी,खगड़िया में मंजू देवी व शोभा देवी, जबकि चौथम में नमिता देवी, सुनीता देवी व सुमन देवी को विधवा पेंशन दिए जाने की स्वीकृति दी गई है।इसी तरह बेलदौर में सुशीला देवी,कैली देवी व मंजू देवी, गोगरी में सीता देवी,सरिता देवी व सिंकी देवी, परबत्ता में नीतू देवी,पार्वती देवी व नीरज देवी इत्यादि को सरकार की इस योजना का लाभ मिलना तय है।मानसी में राजकुमारी देवी के नाम मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के तहत पेंशन स्वीकृत किया गया है,क्योंकि इनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है।