राजेश सिन्हा
दुनिया भर में हर साल की भांति आज विश्व रक्तदाता दिवस,विशेष थीम के साथ मनाया जा रहा है।स्वस्थ व्यक्तियों को तीन माह के अंतराल पर अपने और अपने परिजनों के साथ रक्तदान अवश्य करना चाहिए।रक्तदान करने पर हमें न केवल दूसरों की जिंदगी बचाने का मौका मिलता है,बल्कि आत्मिक खुशी भी मिलती है।यह खुशी हमें जीवन में नई उर्जा एवं पॉजीटिव सोच देती है।उक्त बातें खगड़िया के जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने स्थानीय लोहापट्टी स्थित अग्रसेन भवन में आज शनिवार अर्थात 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस पर आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में कही।उन्होंने कहा कि रक्त को कृत्रिम रुप से नहीं बनाया जा सकता है।यह इंसान के शरीर में स्वयं ही बनता है।इसकी आपूर्ति का अन्य कोई विकल्प नहीं है।उन्होंने कहा एक बार रक्तदान करने से आप तीन लोगों का जीवन बचा सकते हैं।डीएम डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने खगड़िया जिले में कैट के गठन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन सदैव व्यवसायियों की सहायता के लिए तत्पर रहा है।कैट के माध्यम से व्यवसायियों की हर समस्या के निराकरण में जिला प्रशासन हरसंभव सहयोग करेगा।जिलाधिकारी ने ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करने व वैक्सीनेशन के प्रति जागरुकता फैलाने की भी अपील की।काॅन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स(कैट) द्वारा जिला रक्त केंद्र,खगड़िया के सौजन्य से आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में रक्तदान को लेकर रक्तवीरों के बीच काफी उत्साह देखा गया।दर्जनों रक्तवीरों द्वारा शिविर में कुल 19 यूनिट रक्तदान किए गए।
जिला रक्त केंद्र के प्रबंधक श्री राज प्रिय रंजन ने कहा कि विश्व रक्तदाता दिवस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि रक्त की कमी से लोगों की जान न जाए,सभी रक्तदाताओं के योगदान की सराहना करना और रक्त दान के लिए प्रेरित करना।रक्तदान के माध्यम से सभी लोगों को सुरक्षित रक्तदान के महत्व के बारे में जानकारी दी जाती है और उन्हें जागरुक किया जाता है।ऐसे में सभी को निरंतर रक्तदान करना चाहिए।इस महादान से लोगों की जान बचानी चाहिए।रक्त दान करने से शरीर में रक्त बनने की प्रक्रिया पहले की अपेक्षा स्वस्थ होती है।रक्तदान शरीर में मौजूद रक्त को पुनर्जीवित करने में सक्षम होता है। रक्तदान शरीर से अतिरिक्त आयरन निकालने का बेहतरीन तरीका है।