गौरव सिन्हा
जनप्रिय पप्पू यादव की रिहाई पर जगह-जगह जश्न का माहौल है।कहीं आतिशबाजियां की जा रही है,तो कहीं मिठाइयों का वितरण किया जा रहा है।कहीं-कहीं एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर पप्पू समर्थकों द्वारा सरकार को कोसा जा रहा है।माननीय न्यायालय के प्रति आस्था जता रहे लोगों का कहना है,कि सच्चाई की सदैव जीत हुई है और होती रहेगी।बात अगर खगड़िया की करें,तो यहां लोगों के बीच खासा हर्षोल्लास है।युवाओं के बीच अच्छी-खासी पैठ बना चुके जाप के नेता अभय कुमार गुड्डू ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सत्य को न्याय मिला है।पप्पू यादव के साथ माननीय न्यायालय द्वारा इंसाफ हुआ और षड़यंत्रकारी बेनकाब हुए।उन्होंने स्पष्ट लब्जो में कहा कि,यह साबित हो चुका है, कि पप्पू यादव को फर्जी मुकदमे में राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया।राजनीतिक षडयंत्र के तहत पांच महीने तक जेल में कैद कर रखा गया। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट से रिहा किए जाने पर जन अधिकार पार्टी युवा परिषद के जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू ने कहते-कहते बहुत कुछ कह दिया।उन्होंने कहा कि पहली बार जरुरतमंद लोगों की सेवा करने से घबराकर सरकार ने जनता के अहित फैसला ़ लिया।उन्होंने कहा कि साजिश रचकर बत्तीस साल पुराने मामले में जननायक पप्पू यादव को गिरफ्तार कर जेल में पांच महीने तक बंद रखा गया था। आखिरकार, न्यायालय द्वारा पप्पू यादव को उक्त मामले में रिहा किया गया। पप्पू यादव की रिहाई की खबर से बिहार के छात्र नौजवान सहित हर लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौट गयी है।ऐसा इसलिए भी कि,पप्पू यादव को जेल भेजे जाने से हर तरह के जरुरतमंद लोगों के सामने अंधेरा छा गया था।क्योंकि बिहार में एकमात्र जननेता पप्पू यादव जी हैं, जो हर वक्त लोगों की मदद में तन- मन-धन से समर्पित रहते हैं।दूसरी तरफ जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष आशुतोष कुमार यादव ने कहा कि बिहार ़ सरकार की कुव्यवस्थाओं को उजागर करना जनप्रिय को मंहगा पड़ गया।एंबुलेंस माफिया पर कार्रवाई करने के बदले,जनसेवक पप्पू यादव को जेल भेज दिया गया।उन्होंने कहा कि,बिहार की जनता सरकार की इस कुकृत्य को कदापि नहीं भूलेगी। समय आने पर बिहार की जनता मुंहतोड़ जबाव देगी।युवा शक्ति के जिला सचिव अजीत कुमार उर्फ पप्पू यादव,दयानंद यादव, मनीष कुमार, रिकेश कुमार एवं संतोष कुमार ने कहा कि पप्पू यादव की रिहाई से सत्य की जीत हुई है। सत्य परेशान हो सकता है,लेकिन पराजित नहीं। जिस प्रकार पप्पू यादव कोरोना जैसी महामारी में अपनी जान की परवाह किए बगैर दिन-रात लोगों को हर तरह की सुविधाएं पहुंचा रहे थे और सरकार की नाकामियों से देशवासियों को अवगत करा रहे थे,इससे सरकार पूरी घबरा गई थी।एंबुलेंस माफिया के कुकृत्य को उजागर करने पर सरकार बौखलाकर पप्पू यादव को फर्जी मुकदमा में जेल भेज दिया था।अंतत: मधेपुरा कोर्ट ने पप्पू यादव को रिहा कर न्याय दिया है बहरहाल,अब बिहार में बड़ा खेला जरुर होगा