मोहम्मद नैयर आलम बेलदौर(खगड़िया)।
प्रखंड क्षेत्र में असमय हुई बारिश ने सैकड़ों किसानों को खून की आंसू रोने को विवश कर दिया है।बेमौसम हुई बरसात ने किसानों के धान की फसल को पानी में डूबोकर बर्बाद कर दिया है।नतीजतन,पीड़ित किसान धान की बर्बादी देखकर माथा पीट रहे हैं।किसानों का कहना है कि उन लोगों को धान बुवाई करने के दौरान लगभग 1 बीघे खेत में 20 से 25 हजार रुपया खर्च हुआ,लेकिन लग रहा है कि खेत में लगी पूंजी भी ऊपर नहीं होगी। किसानों का यह भी कहना है कि,जल्द से जल्द फसल क्षति पूर्ति उन लोगों को सरकार द्वारा दी जाए,नहीं तो आंदोलन करेंगे।बताते चलें कि बीते 20 अक्टूबर 2021 को लगातार दो दिनों तक हुई बारिश के कारण निचले इलाके में पानी जम गया,जो अभी तक फंसा हुआ है।बात अगर बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के नगर पंचायत अंतर्गत बेलदौर के वार्ड नंबर 16,15, 18,20, 21, 23 की करें,तो ग्रामीणों के घरों में अभी तक बारिश का पानी फंसा हुआ है।नगर पंचायत में इस इलाके को शामिल कर लिए जाने के बाद भी जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीणों के बीच आक्रोश व्याप्त है।आक्रोशित लोग कहते हैं कि जब से बेलदौर मुख्यालय को नगर पंचायत इलाका घोषित किया गया है,तब से सिर्फ साफ-सफाई हो रही है।नगर पंचायत में यदि पानी फंस जाता है,तो नगर पंचायत में बहाल कर्मी को साफ सफाई करवाने का जिम्मेवारी दे दी जाती है।कई बुजुर्गों ने बताया कि नगर पंचायत में हर समय बिजली होनी चाहिए और जल निकासी के लिए नाले की सफाई होना चाहिए।इतना ही नहीं, पीएचडी विभाग के द्वारा जो नगर पंचायत के ग्रामीणों को पानी मिल रहा है, वह पानी पीने का लायक नहीं है,उसे भी शुद्ध किया जाना चाहिए।नगर पंचायत के हर गली में सड़कों का जीर्णोद्धार होना चाहिए।लेकिन 6 माह बीत जाने के बावजूद नगर पंचायत बेलदौर में विकास का काम मुंह चिढ़ा रहा है। मिल रही जानकारी पर अगर भरोसा करें,तो गोगरी नगर पंचायत के द्वारा बेलदौर नगर पंचायत में नीतीश कुमार नाम के मुंशी को बहाल किया गया है।उसी शख्स के द्वारा शिव बाजार में ही साफ-सफाई का कार्य करवाया जा रहा है।जबकि नगर पंचायत के दौरान 23 वार्ड पड़ता है,लेकिन 23 वार्ड में साफ सफाई नहीं होती है। सिर्फ बेलदौर मुख्यालय में नगर पंचायत के दौरान साफ सफाई किया जाता है।स्थानीय लोगों का कहना है कि संबंधित पदाधिकारी जब तक अपना ध्यान इस ओर आकृष्ट नहीं करेंगे,तो विकास की पटकथा नहीं लिखी जा सकेगी।