गौरव सिन्हा
दीपावली,काली पूजा एवं छठ पर्व को शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाए जाने को लेकर जिला शांति समिति की बैठक का आयोजन आज सोमवार अर्थात 25अक्टूबर को खगड़िया समाहरणालय के सभागार में किया गया।
जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष एवं पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक का प्रारंभ करते हुए खगड़िया के अनुमंडल पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति तथा गणमान्य व्यक्तियों के साथ शांति समिति की बैठक आयोजित करने के संबंध में जानकारी देते हुए निर्देश दिया कि स्थानीय स्तर पर कोई घटना घटित हो,तो संबंधित थाना प्रभारी,प्रखंड/अंचल, अनुमंडल पदाधिकारी को घटना के विषय में सूचित किया जाए।अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और तथ्यों की जांच कर उसका खंडन करें।खगड़िया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुमित कुमार ने दीपावली के अवसर पर जिले में काली पूजा की परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि कुछ स्थलों पर कालीजी की प्रतिमा का अधिष्ठापन किया जाता है।लेकिन प्रतिमाओं का विसर्जन नदियों में कर दिया जाता है।उन्होंने निर्देश दिया कि पूजा के उपरांत प्रतिमा का विसर्जन बहती नदियों में ना करके कृत्रिम तालाबों में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशा-निर्देश के अनुरुप किया जाए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने शांति समिति के सदस्यों से साफ-सफाई के अलावा अन्य ध्यानाकर्षण योग्य मुद्दों की जानकारी ली।उन्होंने घाटों के पहुंच मार्ग का निर्माण, खतरनाक घाटों के चिन्हीकरण और बैरीकेडिंग, स्थानीय लोगों का सहयोग, दूरदराज के घाटों की साफ-सफाई के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इसकी निगरानी आवश्यक है,ताकि खतरनाक घाटों पर लोगों को जाने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग जब साफ-सफाई एवं अन्य कार्यों में संलग्न होते हैं,तो उसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है।इतना ही नहीं,अपनेपन का भाव भी रहता है।जिलाधिकारी ने नदियों में एसडीआरएफ की टीम और पुलिस बलों द्वारा निगरानी रखने का भी निर्देश जारी किया।
पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार ने सरकार द्वारा प्राप्त दिशा-निर्देश के आलोक में दीपावली व छठ पर्व मनाने का निर्देश देते हुए कहा कि अफवाहों का खंडन करते हुए यह भी ध्यान रखना है कि अफवाहों से कहीं कानून व्यवस्था का उल्लंघन नहीं होने पाए। दीपावली और छठ पर्व सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जाना है।उन्होंने नदियों में एसडीआरएफ और पुलिस से गश्ती कराने का आश्वासन दिया।
नदियों में बच्चों के डूबने की घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए उन्होंने सलाह दी है कि अभिभावक इस पर निगरानी रखें एवं बच्चों को अकेले नदी घाटों पर न जाने दें।
जिलाधिकारी ने खगड़िया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार गुप्ता से खगड़िया शहरी क्षेत्र में छठ पर्व की तैयारियों के संबंध में जानकारी लेते हुए निर्देश दिया कि घाटों की साफ-सफाई, जलमग्न पहुंच पथ की मरम्मति,खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग,चूना और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव,सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन,रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था,पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम इत्यादि लगाया जाए। साथ ही नगर परिषद क्षेत्र में विस्तार के फलस्वरुप शामिल हुए घाटों पर भी प्रर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए,ताकि छठ व्रतियों को कोई असुविधा ना हो।
जिलाधिकारी ने नदियों के जलस्तर में कमी ना होने की स्थिति में वैकल्पिक योजना तैयार करने का भी निर्देश दिया। जलस्तर घटने पर कीचड़ रह जाता है, इस पर भी ध्यान देने का निर्देश डीएम डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने दिया।डीएम ने महत्वपूर्ण घाटों जैसे संसारपुर,रहीमपुर, परमानंदपुर घाट इत्यादि का भ्रमण कर साफ-सुथरी व्यवस्था कराने में स्थानीय लोगों से सहयोग प्राप्त करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने राजेंद्र सरोवर की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराते हुए वहां से गाय-भैंसों के तबेलों, फर्नीचर की दुकानों इत्यादि अतिक्रमण को हटाने का निर्देश खगड़िया के अनुमंडल पदाधिकारी को दिया।
जिलाधिकारी ने छठ पर्व के दौरान कोविड अनुरुप व्यवहार,मास्क की अनिवार्यता और सामाजिक दूरी का पालन करने की भी अपील आम लोगों से की है।उन्होंने अत्यंत अल्प अवधि के नोटिस में शांति समिति की बैठक में शामिल होने पर सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
इस बैठक में अपर समाहर्ता शत्रुंजय कुमार मिश्रा,अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी भूपेंद्र प्रसाद यादव,अनुमंडल पदाधिकारी, खगड़िया/ गोगरी,पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला नजारत उप समाहर्ता, वरीय उप समाहर्ता तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति/जनप्रतिनिधि सहित सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी उपस्थित थे।