अभिनव कुमार की रिपोर्ट
पटना।फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बिहार में शिक्षक बने 77हजार 57शिक्षकों पर बहुत जल्द गाज गिरने वाली है।सरकारी स्कूलों में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नियोजित शिक्षकों की कुंडली खंगालते हुए उन्हें बर्खास्त कर उनके विरुद्ध एफआईआर करने के बावत विजिलेंस ब्यूरो ने एफआईआर दर्ज करने के लिए अनुमति मांगी है।पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर एफआईआर की तैयारी में जुटे विजिलेंस ब्यूरो का कहना है कि,प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने को ले कई बार शिक्षकों के प्रमाण पत्र देने को कहा गया,लेकिन प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया।बार-बार प्रयास के बाद भी 77हजार 57शिक्षकों के फोल्डर निगरानी विभाग को जांच के लिए नहीं मिल पाए हैं।फोल्डर नहीं देने वाली नियोजन इकाईयों के विरुद्ध भी न्यायालय के आदेश पर शिक्षा विभाग ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे रखा है।शिक्षा विभाग के एक उच्चाधिकारी का कहना है कि,ऐसे शिक्षकों के विरुद्ध आगे की कार्रवाई के लिए विजिलेंस ब्यूरो ने अनुमति मांगी है।मेधा सूची के आधार पर शिक्षकों के अंक पत्र की जांच को ले विभाग ने आदेश जारी किया है।इतना ही नहीं, नियोजन इकाइयों के सचिवों के विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई करने का फैसला लिया गया है।इसके बावत सभी डीईओ के नाम भी निर्देश जारी किए गए हैं।
बताया जा रहा है कि,त्याग पत्र देने वाले फर्जी सर्टिफिकेटधारी शिक्षक किसी अन्य नियोजन इकाई के माध्यम से दूसरे विद्यालय में कार्य तो नहीं कर रहे हैं,इस मामले की भी जांच न्यायालय के आदेश के आलोक में की जाएगी।बता दें कि,3 लाख 52 हजार 927 नियोजित शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों के सर्टिफिकेट की जांच निगरानी विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की जा रही है।इसमें 2 लाख 75 हजार 870 शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों के सर्टिफिकेट से संबंधित फोल्डर मिल चुके हैं।7 लाख 95 हजार 407 सर्टिफिकेट निगरानी को उपलब्ध कराए जा चुके हैं,जिसमें से 5 लाख 24 हजार 680 सर्टिफिकेट की जांच की जा चुकी है।2 लाख 70 हजार 727 सर्टिफिकेट जांच के लिए लंबित हैं।1824 सर्टिफिकेट जांच में फर्जी पाए गए हैं।951 मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।दो हजार हजार 121 शिक्षक,पंचायत सचिव,जन प्रतिनिधि और अधिकारी के विरुद्ध प्राथमिकी करायी गयी है।हालांकि कहा जा रहा है कि,जिन-जिन नियोजित शिक्षकों के फोल्डर निगरानी को उपलब्ध नहीं कराए गए हैं,उनके द्वारा जांच को प्रभावित करने की तमाम कोशिशें की जा रही है।