राजेश सिन्हा की रिपोर्ट
पटना।एडीएम के बेटे की मौत राजधानी पटना में संचालित नशा मुक्ति केन्द्र के कर्मियों की पिटाई से हुई या खराब तबियत के कारण वह मौत का शिकार हो गया,यह तो पुलिसिया जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।लेकिन एडीएम के पुत्र की संदिग्ध मौत से बवाल मचा हुआ है।इस संदर्भ में फुलवारीशरीफ थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के बाद से पुलिस मामले की गंभीर पड़ताल में जुटी है।हालांकि मामला चूंकि एक बड़े अधिकारी के बेटे से जुड़ा है।इसलिए पुलिस जांच के नाम पर किसी भी तरह की कोताही बरतना नहीं चाहेगी।पोस्टमार्टम के बाद एडीएम के पुत्र आयुष की लाश शुक्रवार को ही पुलिस द्वारा परिजनों को सौंप दी गई है।वैसे भी आयुष के शरीर के विभिन्न जगहों पर दिख रहा जख्म उसकी मौत को संदिग्ध जरुर बता रहा है।बात अगर सेंटर संचालकों की करें,तो उनका कहना है कि,तबियत ज्यादा खराब रहने के कारण आयुष की मौत हुई है।लेकिन अपने बेटे की मौत से गमजदा एडीएम सूरज कुमार सिन्हा का स्पष्ट कहना है कि,सेंटर के कर्मियों द्वारा आयुष के साथ मारपीट की गई थी।उसके शव पर कई जगह दिख रहे चोट इस बात के प्रमाण हैं।शव पर कई जगह दिख रहे चोट के निशान को देखकर यह कहने में कहीं संशय नहीं है कि, उसकी हत्या हुई है।
मौत के आगोश में समा चुके आयुष कुमार सिन्हा के पिता एडीएम सूरज कुमार सिन्हा का कहना है कि,उनके बड़े बेटे आयुष की मौत अस्पताल के कर्मचारियों की पिटाई से हुई है।एडीएम का कहना है कि,आयुष नशे का आदि हो गया था।इसलिए उसे बीते 21दिसम्बर 2022को इलाज के बावत पटना के फुलवारी शरीफ मौर्य बिहार स्थित मानस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।एडीएम का यह भी कहना है कि,वह बीते 25 दिसंबर को अपने आयुष से मिलने के लिए अस्पताल गए थे,लेकिन अस्पताल प्रशासन ने मिलने से रोक दिया।बीते 4 जनवरी 2023 को जब वह अपने बेटे से मिले,तो उनके बेटे का कहना था कि,अस्पताल कर्मी सुजीत कुमार द्वारा बुरी तरह से उसकी पिटाई की गई है।
इस बात की शिकायत उनके द्वारा अस्पताल प्रशासन से की गई थी।
बेटे के गम में बिलख रहे एडीएम सूरज सिन्हा के मुताबिक,बीते 12 जनवरी 2023 को अस्पताल प्रबंधक डॉक्टर संतोष सिंह द्वारा जानकारी दी गई कि,आयुष की तबीयत ज्यादा खराब है।
उसके बाद पूरे परिवार के साथ पहुंचकर आयुष को पटना एम्स में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया। लेकिन 13 जनवरी को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।बहरहाल,आयुष के मौत की असली वजह क्या है, यह जानने की पुलिस कोशिश कर रही है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सबकी नजर है।परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।