अविनाश कुमार की रिपोर्ट
सुपौल।खाद की कालाबाजारी के लिए पूर्व से सुर्खियों में रहे छातापुर प्रखंड अंतर्गत ठूठी पंचायत से रविवार की सुबह पुलिस द्वारा भारी मात्रा में गांजा की खेप बरामद करने से यह प्रमाणित हो गया है कि, यहां काले कारोबार का खेल चरम पर है।हालांकि आश्चर्य का विषय यह है कि, गांजा की खेप बरामदगी के लगभग 24घंटे बाद भी पुलिस इस काले कारोबार के सरगना तक नहीं पहुंच पायी है।पुलिस की जांच का कांटा अब भी वहीं फंसा है,जहां गांजा बरामदगी के समय फंसा था।स्थानीय लोग चीख-चीख कर कह रहे है,छापेमारी के वक्त मौके से फरार हुए गांजा तस्करों में से एक की भी गिरेबां तक पुलिस के हाथ नहीं जा सके हैं।बात अलग है कि,गांजा तस्कर की नई नवेली पत्नी और भाई को हिरासत में लिए जाने के बाद से पुलिस अपनी पीठ खुद थपथपा रही है और नामचीन पैरवीकार थाना के आस-पास मंडरा रहे हैं।
हद तो यह है कि,रविवार की देर संध्या तक हवालात में नजर आ रहा तस्कर का भाई सोमवार को हवालात के बाहर हजामत बनावाता नजर आया।उससे भी बड़ी बात यह है कि, चंद सरोकारी पैरोकार उन्हें बेकसूर ठहराने पर आमदा थे।पूछे जाने पर एक जिम्मेदार ने बताया कि, एकबार पूछताछ की गई है।एक दफा और उसे टटोला जाएगा।अगर बेकसूर साबित हुआ,तो छोड़ दिया जाएगा।सबसे बड़ी बात तो यह है कि,पुलिस गिरफ्त में आए लोगों को छोड़ने की बात तो हो रही है,लेकिन फरार हुए गांजा तस्करों को दबोचने के मामले पर कोई चर्चा नहीं की जा रही है।जबकि स्थानीय लोगों का दावा है कि,यदि ऐसा संभव हुआ होता,तो कम से कम दस किलोमीटर के दायरे में रहकर तस्करी मामले में संलिप्त कई नामचीन चेहरे जेल की सलाखों के पीछे होंगे।वैसे जानकार यह भी बता रहे हैं कि,पुलिस गिरफ्त में आयी गांजा तस्कर की नई नवेली पत्नी को अब गिरफ्तार बताया जा रहा है और उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाना लगभग तय है।जानकार यह बताते हैं कि, ठूठी पंचायत में कई तरह का अवैध कारोबार चरम पर है।खाद,शराब,गांजा सहित नकली श्रृंगार प्रसाधनों का भी कारोबार ठूठी पंचायत से होने की बातों से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।कहा जा रहा है कि,नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठाकर कारोबारी चीन में निर्मित नकली श्रृंगार प्रसाधनों को ठूठी में डंप करते हैं।इन श्रृंगार सामग्रियों में फेस क्रीम से लेकर विविध प्रकार के खिलौने व प्लास्टिक आइटम्स होते हैं।डंप किए इस माल को फेरी वालों के माध्यम से साइकिल व बाइक के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में खपाया जा रहा है।
बात अगर गांजा के कारोबार में संलिप्त लोगों की करें,तो कहा जा रहा है कि,पुलिसिया कार्रवाई तेज हो,तो कई सफेदपोशों का बेनकाब होना तय है।जानकारों की बातों पर अगर भरोसा करें,तो ठूठी पंचायत ही नहीं,आस-पास के बलुआ,लक्ष्मीनियां, भीमपुर, जीवछपुर आदि पंचायतों में भी गांजा व शराब तस्करों का बड़ा नेटवर्क फैला हुआ है।धंधे में संलिप्त लोग अन्य प्रखंडों से लेकर सीमावर्ती जिलों तक शराब और गांजा की सप्लाई करते आ रहे हैं।रविवार को भी अन्य जिलों के कारोबारी लग्जरी कार में सवार होकर खरीदारी के लिए पहुंचे थे।लेकिन पुलिसिया फौज के खड़ा होते ही सभी वाहन छोड़कर फरार हो गए।मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि,जिस वक्त पुलिस ने दबिश दी,तस्करों का समूह आधा दर्जन लग्जरी वाहनों के साथ मौजूद था।वैसे पुलिस के पहुंचते ही तस्कर के भागते देख सभी अपने-अपने वाहनों में बैठकर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि, पुलिस अगर जब्त वाहनों की इमानदारी पूर्वक छानबीन करे,तो कई नामों का खुलासा होना तय है।पुलिस के द्वारा अगर त्वरित की गई,तो नेटवर्क के सरगना सहित आस-पास में सक्रिय कई तस्कर पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
इधर,एसडीपीओ विपिन कुमार का इस मामले में कहना है कि,ठूठी में की गई छापेमारी के दौरान 97 किलो गांजा बरामद किया गया है।मौका-ए-वारदात से तीन कार तथा दो बाइक जब्त किए गए हैं।कार से 04 लाख 39 हजार 100 रुपए मिले हैं।
गिरफ्तार तस्कर की पत्नी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।विजय मुखिया के भाई की संलिप्तता को लेकर गहन जांच की जा रही है।