पटना(अभिनव कुमार)।
फरारी जीवन जी रहे आईपीएस आदित्य कुमार की परेशानी बढ़ती जा रही है।बिहार पुलिस द्वारा जहां आदित्य कुमार के विरुद्ध वारंट जारी किया गया है,वहीं निचली अदालत द्वारा अग्रिम जमानत खारिज कर दिया गया है।ऐसी स्थिति में अब उनके द्वारा कौन कदम उठाया जाएगा, इस पर सबकी निगाह टिक गई है।स्थिति तो यह है कि, बिहार से फरार चल रहे आईपीएस आदित्य कुमार की सम्पत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी आर्थिक अपराध इकाई द्वारा शुरु कर दी गई है।यहां तक कि,गया के पूर्व एसएसपी रहे आदित्य कुमार पर यूपी पुलिस ने भी शिकंजा कसना शुरु कर दिया है।
यूपी पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन कर लिया है।कहा तो यह भी जा रहा है कि, बिहार के फरार आईपीएस की गिरफ्तारी के लिए यूपी में बड़े स्तर पर तलाश शुरु कर दी गई है।मेरठ के एसएसपी ने भी इसके लिए एसआईटी का गठन कर दिया है।बताया जा रहा है कि,दो-तीन दिनों में इओयू द्वारा आईपीएस आदित्य कुमार के शगुना मोड़ के नजदीक स्थित आवास पर धारा 82 की प्रक्रिया के तहत जारी इश्तेहार चस्पा की जाएगी।इसकी सूचना आर्थिक अपराध इकाई को भी दी गयी है।हालांकि विशेष कोर्ट ने बीते शुक्रवार को ही आदित्य के खिलाफ इश्तेहार जारी कर दिया था।
यह बताने की शायद जरुरत नहीं है कि,आईपीएस आदित्य कुमार सहित पांच नामजद के विरुद्ध इओयू ने भारतीय दंड संहिता की 353, 387, 419, 430, 467,468,120 बी,आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।दर्ज मामले के आलोक में चार आरोपियों को इओयू गिरफ्तार तो कर चुकी है,लेकिन जैसे ही आदित्य कुमार को मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिली,वह फरार हो गए।भूमिगत हुए आदित्य की गिरफ्तारी के लिए गठित इओयू की एसआइटी ने उनके गृह जिले मेरठ में भी छापेमारी की थी।इतना ही नहीं,इसके लिए मेरठ के एसएसपी से सहयोग भी मांगा गया था।