राजेश सिन्हा की रिपोर्ट
खगड़िया जिले के नगर थाना अंतर्गत मालगोदाम रोड स्थित एक मकान में किसी धारदार हथियार से व्यवसायी मनोज साह और उनकी पत्नी सुनीता देवी की हुई निर्मम हत्या मामले की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पायी है।दम्पति हत्याकांड के तीन दिनों बाद भी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि,आखिर किसने पति-पत्नी की किसी धारदार हथियार से गला रेतकर निर्मम हत्या की!हालांकि घर वालों या आस-पास के लोगों द्वारा कोई ठोस जानकारी नहीं दिए जाने के कारण पुलिस प्रशासन की परेशानी बढ़ी हुई है।पुलिस व्यवसायी के मोबाइल का डंप खंगालने की बात तो कर ही रही है,स्थानीय लोगों द्वारा भी कई तरह की बातें कही जा रही है।लेकिन इतना तो साफ है कि,घर में घुसकर जिस किसी ने भी पति-पत्नी की गला रेतकर निर्मम हत्या की है,नि:संदेह उन लोगों का दम्पति के घर में आना-जाना होगा और किसी एक अपराधी ने इस तरह की वारदात को अंजाम नहीं दिया होगा!क्योंकि हत्या के बाद जब बाहर से दरवाजा लगाया होगा,तो निश्चित तौर पर हत्यारों को पता होगा कि,घर के ताले और चाभी कहां रखे जाते हैं।सवाल तो यह भी उठ रहा है कि,जब पति-पत्नी की गला रेतकर हत्या की गई है,तो निश्चित तौर पर थोड़ा बहुत ही सही,लेकिन शोर और विरोध तो जरुर हुआ होगा।अगर विरोध और शोर हुआ,तो फिर उस मकान में रह रहे लोगों के साथ-साथ आस-पास रह रहे लोगों तक आवाज भी पहुंची होगी।संभव है कि,उस मकान में रह रहे लोगों के साथ-साथ आस-पास के लोगों ने कुछ सुना होगा,लेकिन अनसुना कर दिया हो या स्पष्ट तौर पर पुलिस को कुछ बताना नहीं चाह रहे हों।यह भी तय है कि, इस तरह की जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले अपराधियों ने बहुत देर तक मौत के शिकार हुए दम्पति के घर में वक्त बिताया होगा क्योंकि पति-पत्नी की लाश अलग-अलग कमरे में थी और घर में लगे सीसीटीवी का सीडीआर भी गायब था।
यह तो तय है कि,अपराधी चाहे जो हों,लेकिन वह घर की स्थिति-परिस्थिति से पूरी तरह वाकिफ होंगे।वैसे स्थानीय लोगों द्वारा घटना के बाद मृतक दम्पति के पुत्र पर शक जाहिर करते हुए कहा गया था कि,लगभग एक माह पूर्व नशेड़ी पुत्र के द्वारा घर में आग लगा दिया गया था और आगजनी के मामले में मौत के शिकार हुए दम्पति के पुत्र को जेल भी जाना पड़ा था।स्थानीय लोगों ने घटना के पीछे लेन-देन की भी आशंका व्यक्त की थी।घटना के बाद कहा जा रहा था कि,15लाख रुपये के लेन-देन को ले घटना को अंजाम दिया गया होगा।बात अलग है कि,पूरे मामले पर न ही आस-पास के लोग पुलिस को कोई ठोस जानकारी दे सके और न ही मृतक के परिवार वालों ने खुलकर कुछ बताया।घटना के बाद एसपी अमितेश कुमार द्वारा पत्रकारों को बताया गया था कि,किरायेदार के दस्तावेज फिलवक्त जब्त कर लिए गए हैं।ताकि वह लोग कहीं फरार न हो सकें।हालांकि एसपी ने यह भी कहा था कि,लगता नहीं है कि,घटना में किरायेदार की संलिप्तता है।वैसे पुलिस पूरे मामले पर गंभीर जांच कर रही है।इधर पुलिस शक के आधार पर विभिन्न जगहों पर छापेमारी करते हुए विभिन्न बिंदुओं पर जांच भी कर रही है और मोबाइल का डंप भी खंगाल रही है।मौत के आगोश में समा चुके व्यवसायी मनोज साह की मां गायत्री देवी के फर्द बयान पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध पुलिस मामला दर्ज आगे की कार्रवाई कर रही है और स्थानीय लोग जल्द से जल्द हत्यारों का चेहरा बेनकाब होने की उम्मीद कर रहे हैं।पुलिस कप्तान द्वारा जल्द ही मामले के उद्भेदन की बात भी कही जा रही है।
बताते चलें कि,दम्पति हत्याकांड का खुलासा तब हुआ था,जब अलौली निवासी व्यवसायी मनोज साह की दुकान के कर्मी उनके मालगोदाम रोड स्थित घर पहुंचे।घर का दरवाजा बाहर से बंद था और दरवाजे पर खूंन के छींटे पड़े थे।शक के आधार पर स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई और मौका-ए-वारदात पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर जब घर के अंदर देखा,तो खून से सनी पति-पत्नी की लाश अलग-अलग कमरों में पड़ी थी।