अभिनव कुमार की रिपोर्ट
पटना।पूर्ण शराबबंदी के बाद भी बिहार में शराब का कारोबार किस तरह हो रहा है,यह किसी से छिपी नहीं है। लेकिन शराबबंदी के असफल होने की बात बिहार के मुखिया नीतीश कुमार सुनने को तैयार नहीं हैं।स्थिति तो यह है कि,शराबबंदी पर बहस छिड़ते ही सीएम नीतीश कुमार अब अपना आपा खोने लगे हैं।बिहार विधानसभा के आज दूसरे दिन सदन की कार्रवाई शुरु होते ही बीजेपी विधायकों ने छपरा में जहरीली शराब से मौत के शिकार हुए लोगों का मामला उठाकर हंगामा शुरु कर दिया।विपक्ष का हंगामे सदन में शुरु होते ही सीएम नीतीश कुमार हत्थे से उखड़ गए और बीजेपी विधायकों को ही शराबी बता दिया।इतना ही नहीं,सदन से उठकर चले भी गए।वैसे पहले दिन की तरह बिहार विधानसभा का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा।सदन की कार्रवाई जैसे ही शुरु हुई कि,भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने जहरीली शराब से छपरा में हुई मौत के मामले को उठाया और हंगामा शुरु कर दिया।
बीजेपी विधायकों के द्वारा सदन में हंगामा शुरु किए जाते देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खिसिया गए।वह इस कदर हत्थे से उखड़ गए कि,बीजेपी विधायकों को ही शराबी कह दिया।स्थिति यहां तक आ गयी कि,नीतीश कुमार ने बीजेपी वालों से कहा कि,तुम लोग ही शराब बिकवाते हो और तुम ही शराबी हो।तुम लोगों को क्या हो गया है।अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।आगबबूला हुए सीएम यह सब कहकर सदन से उठकर चले गए।आक्रोशित बीजेपी के विधायक भी आज आर- पार के मूड में थे।इसलिए वेल में उतरकर बीजेपी के विधायक जमकर नारेबाजी करते रहे।
स्पीकर अवध बिहारी चौधरी द्वारा उन्हें शांत रहने के लिए कहे जाने के बाद भी विपक्षी विधायक कुछ सुनने को तैयार नहीं थे।इसलिए सीएम से माफी मांगने की मांग को ले वहीं डटे रहे।हंगामा नहीं थमता देख सदन की कार्रवाई को रोक दिया गया।आक्रोशित बीजेपी विधायक सीएम की भाषा को अमर्यादित बताकर हंगामे पर उतारु रहे।सीएम नीतीश कुमार को बीजेपी और जनता से माफी मांगने की मांग पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा अडिग हो गए।उसके बाद फिर से सदन में हंगामा होने लगा।बढ़ते हंगामे को देखकर स्पीकर ने फिर से 15मिनट के लिए सदन की कार्यवाही को पन्द्रह मिनट के लिए स्थगित कर दिया।पन्द्रह मिनट बाद फिर से सदन की कार्यवाही शुरु होने के बाद प्रश्वकाल के दौरान विधान परिषद में बीजेपी के नेता नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर अड़ गए।
सम्राट चौधरी ने जहरीली शराब से हो रही मौत के लिए सीएम नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि,सीएम के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए।उन्होंने आक्रोशित लहजे में कहा कि,बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा,यह नीतीश कुमार बताएंगे।नीतीश कुमार मुक्त बिहार होगा,यह जनता ने तय कर दिया है।शराब से छपरा में हुई मौत के मामले सहित शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज मामले को लेकर भी बीजेपी हमलावर हो गयी।इस बीच भाकपा माले के विधायक भी विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने लगे।भाकपा माले के विधायक धान खरीद की तारीख को 31 मार्च तक बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि,सीएम और विपक्ष के तकरार ने आज बहुत कुछ कह दिया।