रेशु रंजन/खगड़िया
चाचा पशुपति कुमार पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच चल रही आर-पार की लड़ाई के बीच लोजपा के खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली कैसर आगामी लोकसभा चुनाव में किस दल के टिकट पर चुनावी बैतरणी पार करने की कोशिश करेंगे!एनडीए के किसी पार्टनर दल का उन्हें साथ मिलेगा या दो बार से खगड़िया लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे चौधरी महबूब अली कैसर इस बार के चुनाव में बेटिकट रह जाएंगे,इस मसले पर अभी मंथन चल ही रहा है कि उनके लिए एक बुरी खबर आ गयी है।मिल रही जानकारी के अनुसार सांसद निधि से लग रहे हाई मास्क लाइट की गुणवत्ता और कीमतों में घोटाले की जांच शुरु हो गयी है।
बताया जा रहा है कि सांसद निधि से लग रहे हाई मास्क लाइट की गुणवत्ता और कीमतों में घोटाले की जांच की मांग परबत्ता विधायक डॉ संजीव कुमार ने खगड़िया के जिलाधिकारी और निगरानी विभाग,पटना के प्रमुख सचिव से की थी।विधायक डॉ संजीव कुमार द्वारा की गयी मांग के आलोक में कारवाई शुरु हो चुकी है।
दिए गए पत्र में विधायक ने लिखा है कि सांसद चौधरी महबूब अली कैसर के द्वारा हाई मास्क लाइट और मिनी सोलर लाइट के अधिष्ठापन हेतु अनुशंसा की गई थी।उस अनुशंसा के आलोक में कई जगहों पर इसे लगाया भी गया है,लेकिन कई लोगों ने मौखिक और लिखित शिकायत की है कि इस लाइट की गुणवत्ता खराब है।इतना ही नहीं,इसकी कीमत भी बजार मूल्य से छह गुणा से ज्यादा है।विधायक के मुताबिक,मिल रही शिकायतों का जब हमने भी अवलोकन किया था तो पाया कि बजार मूल्य से इसकी कीमत छह गुणा से ज्यादा है और गुणवत्ता भी खराब है।इसमें पैसों की लूट हुई है और यह सब सांसद,विभागीय अधिकारी और हाइ मास्क लाइट देने वाली एजेंसियों की मिलीभगत से हुआ है।जिसके जांच की मांग करता हूं।
इधर विधायक डॉ संजीव कुमार ने बताया है कि सांसद चौधरी महबूब अली कैसर के द्वारा अनुशंसित एमपी लैंड्स निधि से लग रहे हाई मास्क लाइट के गुणवत्ता और भ्रष्टाचार के संबंध में मेरे द्वारा जांच कर कारवाई की मांग की गयी थी।इस संदर्भ में उप निदेशक,योजना एवं विकास विभाग के द्वारा लिखित आश्वासन मिला है।दायर परिवाद के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत करने हेतु पत्र के माध्यम से मांग की गई है।परिवाद पत्र के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं।जिस गुणवत्ता का हाई मास्क लाइट और सोलर लाइट लगाया जा रहा है,उसका मार्केट दर चार लाख रुपये के करीब है और इसे सांसद प्रतिनिधि बाबू लाल शौर्य के भाई सौरभ कुमार,श्रवण कुमार राय, मनीष कुमार व राजेश कुमार की कंपनी M/S Evogene Security Private Limited, Khagaria से साठगांठ कर करीब नौ लाख रुपया प्रति लाइट के दर लगाया जा रहा है।इसका प्रमाण और साक्ष्य उपलब्ध है, इसकी मांग जब भी विभाग द्वारा की जाएगी तो इसे मेरे द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
विधायक ने कहा है कि सांसद निधि या अन्य विकास निधि का पैसा आमजनों के विकास के लिए होता है।इसमें किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार होना बेहद गलत है।बहरहाल,सांसद का पक्ष जानने की कोशिश की जा रही है।मामले की जांच कब तक होती है और किस तरह का फलापल सामने आता है,यह तो देखने वाली बात है।लेकिन इस चुनावी माहौल में घपले घोटाले का मामला सामने आना कहीं से भी सांसद और उनके समर्थकों के लिए शुभ संकेत तो नहीं ही कहा जा सकता है।अब देखना दिलचस्प होगा कि आगे-आगे होता है क्या!!