मुकेश सिन्हा/खगड़िया
जीविकोपार्जन का आधार छीन लिए जाने से आहत खलठू साह का पुत्र अमीर साह इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है।पंचायत से लेकर थानाध्यक्ष तक से उसने इंसाफ की गुहार लगायी, लेकिन इंसाफ नहीं मिल सका।इंसाफ पाने की उम्मीद में खगड़िया के पुलिस कप्तान का दरवाजा खटखटाने वाला खगड़िया जिले के गंगौर थाना अंतर्गत बेला सिमरी निवासी स्वर्गीय खलठू साह का पुत्र अमीर साह का कहना है कि मौजा बेला सिमरी,खाता नंबर 130 व खेसरा नंबर 305पर जीविकोपार्जन हेतु काठ का खोप अर्थात काठ के गुमटी की दुकान बनाकर किसी तरह आर्थिक तौर पर उपार्जन करता था और अपने परिवार का भरण पोषण किया करता था।
लेकिन बीते 8-9दिसम्बर की मध्य रात्रि में गोगरी थाना अंतर्गत गोगरी निवासी स्वर्गीय छेदी पटेल का पुत्र राजेश पटेल,बेला सिमरी निवासी स्वर्गीय प्रभु महतो का पुत्र रंजीत महतो,बेगूसराय जिले के परिहारा बखरी थाना अंतर्गत सांखू निवासी स्वर्गीय लक्ष्मी महतो का पुत्र अशोक महतो कुछ अज्ञात बदमाशों के साथ मिलकर काठ के खोप को तोड़कर लगभग पचास हजार रुपए के सामानों की चोरी कर ली और खोप को तोड़कर नष्ट कर दिया।अमीर साह के मुताबिक गोगरी निवासी राजेश पटेल फिलहाल बेला सिमरी में ही रहता है और सभी आरोपित अपराधी प्रवृत्ति का है।उक्त आरेपियों द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने के दौरान कुछ लोगों की नजर पड़ी थी।अगर आवश्यकता हुई तो घटना के गवाह गवाही भी देने को तैयार हैं।
पीड़ित अमीर साह का कहना है कि उसने इस संदर्भ में गंगौर थानाध्यक्ष को बीते 9दिसम्बर को ही आवेदन दिया,लेकिन आरोपितों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।व्यथित स्वर में अमीर साह कहता है कि उसने एसपी साहब को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है।उम्मीद ही नहीं,पूरा भरोसा है कि आम लोगों को न्याय देते आ रहे एसपी साहब उसे भी न्याय जरुर देंगे।बहरहाल,देखना दिलचस्प होगा कि खगड़िया के पुलिस कप्तान से पीड़ित अमीर साह को कब तक न्याय मिल पाता है!!