राजेश सिन्हा की रिपोर्ट
खगड़िया लोकसभा में ‘डगमग’ कर रहा चिराग का ‘हेलिकॉप्टर’
पटना:लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में खगड़िया के साथ-साथ झंझारपुर,सुपौल,अररिया और मधेपुरा में आगामी 7मई को होने वाले मतदान को लेकर जहां प्रशासनिक सजगता बढ़ गयी है,वहीं एनडीए और महागठबंधन के द्वारा अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में ताबड़तोड़ जनसभाएं की जा रही है।एनडीए की ओर से बीजेपी के घोषणा पत्र पर यकीन कर मतदाता उस ओर आकर्षित होते हैं अथवा महागठबंधन की ओर से राजद द्वारा जारी घोषणा पत्र मतदाताओं को लुभाता है,यह तो आगामी 4जून को स्पष्ट होगा।
लेकिन झंझारपुर,सुपौल,अररिया और मधेपुरा को फिलवक्त दरकिनार कर अगर सिर्फ खगड़िया लोकसभा की बात करें तो यहां का मुकाबला धीरे-धीरे रोचक मोड़ पर पहुंचता जा रहा है।जिस तरह की स्थिति दिख रही है,उससे ऐसा लगता है कि एनडीए के स्थानीय नेताओं में एकजुटता नहीं है और चुनाव से पहले ही कुनबा बिखड़ता जा रहा है।
सियासी जानकारों का कहना है कि महागठबंधन समर्थित सीपीआईएम प्रत्याशी संजय कुशवाहा का पलड़ा धीरे-धीरे इसीलिए मजबूत होता जा रहा है,क्योंकि लोजपा(रामविलास) सुप्रीमो राजेश वर्मा की कार्यशैली से नाराज एनडीए के साथी ही उनका साथ छोड़ते जा रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों की बातों पर अगर यकीन करें तो गुंडा बैंक से गहरे ताल्लुकात सहित राजेश वर्मा की ‘कुंडली’तो मतदाताओं को डरा ही रही है,उनकी कार्यशैली से आहत एनडीए के जमीनी कार्यकर्ता स्थिति- परिस्थिति को भांपकर या तो अपने-अपने घरों में दुबकने लगे हैं या उनका साथ छोड़ने लगे हैं।
आज सोमवार को बेलदौर में आयोजित चुनावी सभा में बिहार के मुखिया नीतीश कुमार और उनके सबसे करीबी मंत्री विजय चौधरी जहां एलजेपी प्रत्याशी राजेश वर्मा के पक्ष में मतदाताओं को मतदान करने के प्रति प्रेरित कर रहे थे,विजय चौधरी द्वारा तीन-तीन बार इशारा करने के बाद सीएम नीतीश कुमार उन्हें माला पहनाकर नमन करने की बात कर रहे थे,वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय के स्टेशन रोड स्थित ‘हम’पार्टी कार्यालय में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के जिला अध्यक्ष संजय यादव तथा प्रदेश मीडिया प्रभारी सोनू अग्रवाल पत्रकारों के सामने ना केवल एलजेपी प्रत्याशी राजेश वर्मा के विरुद्ध अपने-अपने आक्रोश का इजहार कर रहे थे,बल्कि उनका बहिष्कार करने का भी ऐलान भी कर रहे थे।
जिला कमेटी के प्रमुख साथियों एवं प्रखंड अध्यक्षों सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में संजय यादव और सोनू अग्रवाल का कहना था कि एनडीए प्रत्याशी के द्वारा ‘हम’ पार्टी की खगड़िया इकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ भेदभाव एवं सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।जिसके कारण पार्टी के बूथ स्तरीय सहित जिला कमेटी के कार्यकर्ताओं में काफी रोष है।जिससे आहत ‘हम’ के तमाम कार्यकर्ता और पदाधिकारियों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि,एनडीए प्रत्याशी राजेश वर्मा के किसी कार्यक्रम एवं चुनाव प्रचार में पार्टी के कोई सदस्य भाग नहीं लेंगे।आक्रोशित लहजे में नेताओं ने कहा कि उन लोगों द्वारा लिए गए निर्णय की जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन एवं ‘हम’ पार्टी के संस्थापक सह संरक्षक पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सहित प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री विधायक अनिल कुमार सिंह को भी दे दी गई है।
‘हम’के दोनों प्रभावी कहे जाने वाले नेताओं ने कहा कि एलजेपी प्रत्याशी राजेश वर्मा ने भेदभाव कर खगड़िया लोकसभा चुनाव में एनडीए कार्यकर्ताओं को दो वर्गों में बांटने का काम किया है।कुछ अमीर वर्ग के कार्यकर्ताओं को सम्मान तो दिया जा रहा है,लेकिन गरीब कहे जाने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं को यूं ही छोड़ दिया गया है।आगामी लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच एनडीए के प्रत्याशी ने ‘हम’सेक्युलर संगठन को खगड़िया में ध्वस्त करने की नीतियों पर काम किया है।हम पार्टी के साथियों के साथ साजिश की जा रही है।सोनू अग्रवाल ने कहा कि एनडीए प्रत्याशी राजेश वर्मा ने हम पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ इतना भेदभाव किया है, जिसे कोई भी कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं कर पाए।अब एनडीए प्रत्याशी का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा।ऐसे सामंतवादी एनडीए प्रत्याशी का कोई गुजारा खगड़िया में होने वाला नहीं है।बूथ से लेकर जिला कमेटी के लोग मजबूती के साथ एनडीए प्रत्याशी राजेश वर्मा के हर कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे।
एसडीएफ लाइव इंडिया से बातचीत कर रहे सोनू अग्रवाल से जब यह पूछा गया कि पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी या राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा अगर निर्णय बदलने के लिए मजबूर किया गया तो आप लोग क्या करेंगे!इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम लोगों ने महागठबंधन प्रत्याशी संजय कुशवाहा को समर्थन देने का निर्णय ले लिया है।पार्टी के द्वारा भले ही उन लोगों को बर्खास्त कर दिया जाय, लेकिन हम लोग अपने निर्णय पर अडिग हैं।हालांकि लोकसभा चुनाव के इस मौसम में उपेक्षा का शिकार सिर्फ हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता-कार्यकर्ता ही नहीं हो रहे हैं,जेडीयू,बीजेपी और एलजेपी के भी कई वरीय और प्रभावशाली नेता-कार्यकर्ता अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
बात अलग है कि जिस तरह का निर्णय ‘हम’ पार्टी की खगड़िया इकाई द्वारा लिया गया,उस तरह का साहस एनडीए के घटक दल के अन्य नेता-कार्यकर्ता नहीं ले पा रहे हैं।हमारे सोर्स बताते हैं कि बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष डोमन सदा जैसे अनगिनत बीजेपी नेता एनडीए प्रत्याशी और उनके आजूबाजू रह रहे कुछ चुनिंदा एनडीए नेताओं के व्यवहार से खार खाए बैठे हैं।स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नाराज नेता- कार्यकर्ता पार्टी के जिला स्तरीय पदाधिकारियों का कॉल रिसीव करना भी मुनासिब नहीं समझते हैं।इससे बुरी स्थिति और क्या होगी कि मुसहर समाज पर अच्छी पकड़ रखने वाले अलौली के पूर्व विधायक रामचन्द्र सदा को भी उस तरह का सम्मान नहीं मिल पा रहा है,जिसकी अपेक्षा वह रखते हैं।जबकि वह जदयू छोड़कर बीजेपी में आए हैं।इस तरह की स्थिति के बीच सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रखंड और बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को एनडीए प्रत्याशी और उनको जीत का सब्जबाग दिखा रहे एनडीए के जिला स्तरीय नेता कितना सम्मान दे रहे होंगे।
एसडीएफ लाइव इंडिया से बातचीत करते हुए बीजेपी और जेडीयू के कई नेता-कार्यकर्ताओं ने बताया कि वह लोग बाहरी और दागी उम्मीदवार कहे जाने वाले राजेश वर्मा का प्रचार करने से इसीलिए बच रहे हैं,क्योंकि आम मतदाता उन पर लगे गुंडा बैंक संचालन सहित अन्य तरह के आरोपों को लेकर पूछने लगते हैं और हम लोगों को कोसने लगते हैं।दूसरी बात यह भी है कि प्रत्याशी की ओर से उन लोगों को सम्मान नहीं मिल पा रहा है।वह लोग प्रत्याशी को उनके पक्ष में बन व बिगड़ रहे माहौल से अवगत कराना चाहते हैं,लेकिन उनकी ही पार्टी के वरीय नेता उनसे बात करने देना नहीं चाहते हैं।
इधर,सीएम नीतीश कुमार की आज की सभा और उनके द्वारा राजेश वर्मा को जीताने की अपील के संदर्भ में जब समता पार्टी के पूर्व प्रत्याशी सह जदयू के वरिष्ठ नेता व अखिल भारतीय कुर्मी समाज के राष्ट्रीय सचिव अशोक सिंह से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि उन लोगों के नेता सीएम नीतीश कुमार चिराग पासवान को भले ही माफ कर दें, लेकिन खगड़िया लोकसभा समेत बिहार का कुर्मी समाज चिराग पासवान को माफ करने नहीं जा रहा है।चिराग पासवान का उम्मीदवार जिस भी सीट से चुनाव लड़ रहा है,वहां का कुर्मी समाज ‘इण्डिया’गठबंधन प्रत्याशी को वोट करने जा रहा है।उन्होंने कहा कि आज कोई कहता है कि नीतीश कुमार बीमार हो चलें हैं तो उसका कारण लोजपा (रा)के सुप्रीमो चिराग पासवान हैं।जिन्होंने नीतीश कुमार को दिमाग से ही नहीं,दिल से भी बीमार कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अभी जब 2024 का लोकसभा चुनाव आया है तो चिराग पासवान कहते हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे गठबंधन के साथ हैं और हम सभी एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं।इसलिए आप सभी जदयू के लोग लोजपा (रा)के प्रत्याशी को अपार मतों से जिताने का काम करें।जदयू के वरिष्ठ नेता सह कुर्मी समाज के राष्ट्रीय सचिव अशोक सिंह कहते हैं कि एक समय था,जब चिराग पासवान ही जदयू को काफी पीछे ले गए।लेकिन अब चिराग पासवान का समय आया है तो वह खगड़िया में अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए जदयू के वोटर से समर्थन करने को कह रहे हैं।
इन तमाम तथ्यों को अगर दरकिनार भी कर दें तो परबत्ता के विधायक और जेडीयू के फायर ब्रांड नेता कहे जाने वाले डॉक्टर संजीव कुमार कहीं ना कहीं दागी और बाहरी प्रत्याशी राजेश वर्मा का समर्थन करना नहीं चाह रहे हैं।यही कारण है कि राजेश वर्मा के द्वारा नामांकन किए जाने के दिन आयोजित चुनावी सभा के बाद वह एनडीए के किसी भी मंच पर नहीं दिख रहे हैं।जबकि बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी लगातार तीन बार खगड़िया लोकसभा में जनसभाएं कर चुके हैं।बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभा में भी वह कहीं नहीं दिखे।इतना ही नहीं,आज बेलदौर में आयोजित सीएम नीतीश कुमार की सभा से भी उनका गायब रहना इस बात का प्रमाण है कि, वह एलजेपी प्रत्याशी राजेश वर्मा का अंदर ही अंदर विरोध कर रहे हैं।वैसे उनके समर्थकों ने भी कहा कि उनके विधायक बिल्कुल ही स्वच्छ छवि के हैं और विभिन्न तरह का दाग लिए खगड़िया लोकसभा में घूम रहे एलजेपी (रामविलास)प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार-प्रसार कर जनता के बीच अपनी छवि धूमिल करना नहीं चाहते हैं।बात अलग है कि अब तक एनडीए की किसी भी सभा में नहीं दिखने वाली जेडीयू की पूर्व विधायक पूनम देवी यादव का चेहरा आज नीतीश कुमार की सभा में दिखा और अब तक छुपे नजर आ रहे बेलदौर के जेडीयू विधायक पन्नालाल पटेल भी सीएम की सभा में दिखे।
दूसरी तरफ सियासी जानकारों का कहना है कि बीजेपी को भी पता है कि जेडीयू के नेता- कार्यकर्ता एलजेपी प्रत्याशी का मन से साथ नहीं दे रहे हैं और इसका असर मतदाताओं पर पड़ना तय है।इसीलिए बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा मंगलवार को परबत्ता विधानसभा के विभिन्न पंचायतों में रोड शो कर मतदाताओं को राजेश वर्मा के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे।दूसरी तरफ जेडीयू के जिला अध्यक्ष बबलू कुमार मंडल एलजेपी(रामविलास) प्रत्याशी पर लगाए जा रहे तमाम आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहते हैं कि एनडीए की एकजुटता और मतदाताओं के समर्थन से हमारे राजेश वर्मा अपार बहुमत से जीतेंगे।बहरहाल,देखना दिलचस्प होगा कि आगे-आगे होता है क्या?