खगड़िया(श्रवण आकाश)
बीते 25अक्टूबर से ही लापता बताए जा रहे मोहम्मद बिट्टू की लाश जिले के परबत्ता थाना अंतर्गत सलारपुर स्थित एक केले के खेत में दफन तो मिल गई,लेकिन अब सवाल यह उठ रहा है कि,क्या दोस्त ने ही दावत के बहाने बुलाकर उसकी हत्या कर दी और उसकी लाश को केले के खेत में दफन कर दिया था।स्थानीय परबत्ता थाना की पुलिस इस मसले पर खुलकर भले ही कुछ कहने को तैयार नहीं हो,लेकिन मृतक के पिता मोहम्मद मिकाइल समेत अन्य परिजनों का कहना तो यही है।बीते रविवार अर्थात 30 अक्टूबर को सलारपुर स्थित केले के खेत में जमीन के अंदर से मिली बिट्टू की लाश के बाद से क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा भी हो रही है और लोगों की चाहत है कि,हत्यारों का चेहरा जल्द से जल्द सामने तो आए ही,हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा भी मिले।बात अलग है कि,न ही पुलिस हत्यारोपियों का नाम फिलवक्त उजागर करना चाहती है और न ही पुलिस।लेकिन हत्यारोपी पिता-पुत्र का घर छोड़कर फरार हो जाना,बहुत कुछ प्रमाणित तो जरुर कर रहा है।
हालांकि बिट्टू के लापता होने के बाद ही उसके पिता मोहम्मद मिकाइल समेत अन्य परिजनों ने थाना में लिखित आवेदन देकर बिट्टू के अपरहण की आशंका जाहिर की थी।अब बिट्टू के पिता मिडिया के सामने भी आकर बहुत कुछ कह रहे हैं।बिट्टू के रोते-बिलखते पिता का कहना है कि,दीपावली के दिन गांव के ही दोस्त ने उसे दावत पर अपने घर आमंत्रित किया था।लेकिन दावत में शामिल होने निकला उनका पुत्र वापस घर नहीं लौटा।काफी खोजबीन के बाद भी जब बिट्टू का कोई अता-पता नहीं मिला,तो उसके अपहरण का मामला परबत्ता थाना में दर्ज कराया गया था।लेकिन पुलिस मोहम्मद बिट्टू को खोजने में विफल रही और बीते 30 अक्टूबर को बिट्टू की लाश केले खेत में जमीन के अंदर दबी पड़ी मिली।बिट्टू के व्यथित पिता यह भी कहते हैं कि आरोपी बाप-बेटे के यहां उनके पुत्र का रुपया बकाया था।रुपये लेन देन को ही लेकर उसकी हत्या हुई है।इधर,परबत्ता थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल का कहना है कि, उन्हें आवेदन मिलते ही दोनों आरोपित पिता-पुत्र के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया था।