खगड़िया(ज्योति कुमारी)।
सरकार द्वारा पंचायतों के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है।पंचायतों में सड़क व नाला निर्माण,कुआं का जीर्णोद्धार,कचरा प्रबंधन जैसे कई योजनाएं जनहित में चलाई जा रही है।लेकिन जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ संबंधित पंचायत के कर्मियों की मिलीभगत से योजनाओं में लूट-खसोट जारी है।ऐसा ही नजारा देखने को मिला है खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड प्रखंड अंतर्गत पश्चिमी बौरने पंचायत में।उक्त पंचायत के वार्ड संख्या एक स्थित रुपनी गांव में अशोक साह के घर से प्रदीप मालाकार की जमीन तक 15 वीं वित्त मद से सड़क व नाला निर्माण कार्य किया जा रहा है।उक्त निर्माण कार्य के नाम पर पुराने ईंट के टुकड़ों का प्रयोग किया जा रहा है।लोगों का कहना है कि, कार्य स्थल पर न तो जेई और न ही संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव मौजूद रहते हैं।जिसके कारण कार्य मनमाने ढंग से किया जा रहा है।जानकारी के अनुसार उक्त कार्य टाइड योजना से चार लाख 30 हजार की लागत से किया जा रहा है।
कार्य स्थल पर कार्य संबंधी बोर्ड भी नहीं लगाया गया है जिससे पता नहीं चल रहा है कि,कार्य कितनी लंबाई में और कितनी लागत की राशि से की जा रही है।लोगों का कहना है कि,मानक के अनुरूप कार्य नहीं किया जा रहा है।योजना में लूट मची हुई है।लोगों का कहना है कि, जनप्रतिनिधि व विभागीय मिलीभगत से दोयम दर्जे का निर्माण कार्य किया जा रहा है।इस संबंध में जेई गौरव कुमार ने बताया कि,कार्य में मनमानी नहीं चलेगी।कार्य एजेंसी को एक नंबर ईंट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। जब तक मानक के अनुरूप कार्य नहीं किया जाएगा,कार्य के विरुद्ध राशि का भुगतान नहीं किया जाएगा।