खगड़िया(राजेश सिन्हा)।
जिले के गोगरी थाना क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं आखिर क्यों बढ़ रही है,यह तो शासक-प्रशासक ही जानें।लेकिन पुलिस निरीक्षक सह गोगरी थानाध्यक्ष विभा कुमारी की कार्यशैली को रेखांकित करते हुए उनके विरुद्ध न केवल कई गंभीर आरोप लगाए जाने लगे हैं,बल्कि कहा जाने लगा है कि,जब से पुलिस निरीक्षक विभा कुमारी ने गोगरी थानाध्यक्ष का कार्यभार संभाला है,तब से गोगरी थाना क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं बढ़ने लगी है।भाजपा के खगड़िया जिला प्रवक्ता सह सांसद प्रतिनिधि गोगरी नीतीश कुमार ने आज रविवार को बकायदा एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर गोगरी थाना क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा है कि,गोगरी थानाध्यक्ष भ्रष्टाचार में संलिप्त तो हैं ही,राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ उनका अमर्यादित व्यवहार पुलिस-पब्लिक के रिश्ते में कड़वाहट घोल रहा है।पुलिस कप्तान के नाम लिखे पत्र को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए सांसद प्रतिनिधि नीतीश कुमार ने कहा है कि,पुलिस निरीक्षक विभा कुमारी ने जब से गोगरी थानाध्यक्ष का कार्यभार संभाला है,तब से गोगरी में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई है।
दारु और स्मैक का कारोबार खूब फलने फूलने लगा है।थानाध्यक्ष स्वयं क्षेत्र का भ्रमण नहीं करती हैं।जिसके कारण अपराधियों का मनोबल सांतवें स्थान पर है और अपराधी किसी भी घटना को अंजाम देने से चूकते नहीं हैं।स्थिति यह है कि,विभिन्न कार्यों के लिए थानाध्यक्ष के द्वारा रेट तय कर दिया गया है।
जमीन जोत-बाग करने के लिए अलग रेट है,तो मछली की शिकारमाही का अलग रेट तय है।दो पहिया और चार पहिया वाहनों को छोड़ने के एवज में भी उन्होंने अलग रेट तय कर दिया है।यहां तक कि,प्रयवेक्षण रिपोर्ट में नाम जोड़ने और हटाने के लिए भी थानाध्यक्ष द्वारा रेट तय कर दिया गया है।स्थिति विकट तब हो जाती है,जब कोई राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता उनसे मिलने जाते हैं,तो थानाध्यक्ष विभा कुमारी उनके साथ अमर्यादित व्यवहार करती हैं।जिसके कारण पुलिस और पब्लिक के बीच का रिश्ता खराब हो रहा है।नतीजतन स्थानीय लोगों के बीच आक्रोश पनप रहा है।
सांसद प्रतिनिधि ने यह भी कहा है कि,कुछ दिनों पूर्व थानाध्यक्ष का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है,जिसमें वह स्वयं किसी वाहन को छोड़ने की बात स्वीकार कर रही हैं।भाजपा जिला प्रवक्ता सह सांसद प्रतिनिधि नीतीश कुमार ने एसपी के नाम पत्र तो लिखा ही है,साथ ही पुलिस महानिरीक्षक,बेगूसराय और खगड़िया सांसद के साथ साथ पुलिस महानिदेशक,बिहार को पत्र की प्रतिलिपि भेजते हुए दिए गए आवेदन के आलोक में गोगरी थानाध्यक्ष के विरुद्ध लगाए गए आरोपों की जांच करते हुए उन्हें गोगरी से हटाने की मांग की है।